MIT Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर में नामांकित प्रथम सेमेस्टर के छात्र से रैगिंग मामले में सोमवार को कॉलेज प्रशासन ने संज्ञान लिया है. आधा दर्जन दोषी छात्रों को चिह्नित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने में ऑनलाइन शिकायत की गयी है. साथ ही एंटी रैगिंग सेल और अनुशासन समिति के सदस्यों ने छात्रावास में जाकर छात्रों से बातचीत की. इस दौरान जूनियर छात्र खौफ में दिखे. एंटी रैगिंग सेल के सदस्यों ने घटना की जानकारी प्राप्त की और इसके बाद छात्रों को इस प्रकार की गतिविधि में शामिल नहीं होने के लिए सख्त हिदायत दी है.
बुधवार को एंटी रैगिंग कमेटी और अनुशासन समिति की बैठक बुलायी गयी
प्राचार्य डॉ एमके झा ने बताया कि कॉलेज में चार-पांच ही ऐसे छात्र हैं जो परिसर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. वे अपने को सुपर साबित करने के उद्देश्य से रैगिंग की गतिविधि को अंजाम दे रहे हैं. उन्हें चिह्नित कर लिया गया है. दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही कॉलेज स्तर पर भी कार्रवाई की तैयारी है. बुधवार को एंटी रैगिंग कमेटी और अनुशासन समिति की बैठक बुलायी गयी है.
छात्र की पहचान गोपनीय रखते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी
इसमें पुलिस पदाधिकारी, जिला प्रशासन, पूर्ववर्ती छात्रों और छात्रों के अभिभावकों को भी बुलाया गया है. इसमें मामले को रखा जाएगा. पूर्व के रैगिंग संबंधी मामलों के निष्पादन और छात्रों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है. छात्रावास में बातचीत के दौरान छात्रों को कहा गया है कि अगर उनके साथ किसी तरह की घटना होती है तो वे कॉलेज प्रशासन एंटी रैगिंग सेल के सदस्यों से भी शिकायत कर सकते हैं. छात्र की पहचान गोपनीय रखते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने बताया कि कॉलेज की ओर से ईमेल के माध्यम से शिकायत की गयी है. हार्ड कॉपी मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
कई सीसीटीवी भी हैं खराब, इन्हीं जगहों को करते हैं टारगेट
कॉलेज परिसर में लगे कई सीसीटीवी कैमरे खराब हो गये हैं या ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं. ऐसे में माहाैल बिगाड़ने वाले और रैगिंग की गतिविधियों में शामिल छात्र इन्हीं जगहों को टारगेट करते हैं. छात्रों से परिसर में सिर झुकाकर चलने और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया जाता है. लगातार मारपीट की घटनाओं के बाद कॉलेज परिसर में टहलने वाले लोगों और कर्मचारियों में भी भय का माहौल है. बता दें कि इससे पूर्व भी रैगिंग की घटनाएं हुई थीं. इसमें छात्रों को ब्लैक डॉट दिया गया था. साथ ही आर्थिक जुर्माना भी लगाया गया था.