उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है. विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने सभी पीएचसी प्रभारियों को बाढ़ से पूर्व दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है. पीएचसी प्रभारी अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं को चिह्नित करेंगे और उसकी सूची बना कर जिले को भेजेंगे. बाढ़ से प्रभावित होने पर उन महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर प्रसव कराया जायेगा. इसके लिए सभी क्षेत्रों में ऊंची जगहों पर मैटरनिटी हट बनाया जायेगा. यहां डॉक्टर व एएनएम प्रसव करायेंगे. विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्राें में पानी शुद्धीकरण के लिए हैलोजन टिकिया और ब्लीचिंग का छिड़काव करायेगा. इसके अलावा उन स्थलों के पानी का नमूना लेकर पटना के लोक स्वास्थ्य संस्थान में जांच के लिए भेजा जायेगा. जिला व प्रखंड स्तर पर चिकित्सा दलों का गठन किया जायेगा, जो जरूरत पड़ने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर मरीजों का इलाज करेंगे. दवाओं की कमी होने पर मुख्यालन ने सिविल सर्जन को स्थानीय स्तर पर दवा खरीद का भी निर्देश दिया है. साथ ही एंटीरैबीज सूई और सर्प दंश की दवा रखने को कहा है. इस बार मरीजों की जांच के लिये चलंत पैथोलॉजी दल का भी गठन किया जायेगा, जो प्रभावित क्षेत्र में जाकर मरीजों की जांच करेंगे.
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