मुजफ्फरपुर. डेंगू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में हैं. बावजूद इसके पाॅजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हर दिन डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. इस बार शहर नहीं ग्रामीण इलाके डेंगू के हाॅट स्पाॅट बने हैं. मुशहरी और मीनापुर प्रखंड में सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं. मुशहरी में 25 व मीनापुर में 17 केस मिल चुके हैं. हालांकि अधिकारी लगातार डेंगू का लार्वा सर्वे और फॉगिंग किए जाने का दावा कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक तीन हजार 170 घरों का सर्वे कर चुकी है. उसने अब तक 258 घरों में लार्वा को नष्ट कराया गया है. वहीं जनवरी से अभी तक तीन लाख 88 हजार 150 घरों का सर्वे किया जा चुका है. इनमें से 10 हजार 737 घरों में मिले लार्वा को नष्ट कराया गया है. सर्वे कर रही टीम की निगरानी के लिए अलग से टीम गठित की गई है. टीम लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दे रही है. इधर, शहरी क्षेत्र में नगर निगम डेंगू प्रभावित क्षेत्र में फागिंग करायी है. घर-घर सर्वे के दौरान लार्वा खत्म करने के लिए जमा पानी में टेमीफोस रसायन का छिड़काव किया गया. इसके साथ ही मलेरिया की जांच के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर की जा रही है. टीमें नियमित सर्वे कर बुखार के केसों की जांच कर रही हैं. लोगों को डेंगू मलेरिया से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है. जिन वार्डों में अधिक केस पाए गए हैं वहां फॉगिंग करायी जा रही है. डेंगू बुखार के लक्षण : तेज बुखार आना, आंखों के पीछे तीव्र दर्द होना. जी मचलाना व उल्टी होना, मांसपेशियों , हड्डियों और जोड़ों में दर्द. डेंगू बुखार के लक्षण मच्छर के काटने के चार से 10 दिन बाद दिखने लगते हैं. यह बुखार तीन से सात दिन तक रहता है. डेंगू से पीड़ित 20 में से लगभग एक व्यक्ति में शुरुआती लक्षण खत्म होने के बाद गंभीर डेंगू विकसित हो सकता है.
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