मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) में तीन सत्रों में 1500 से अधिक शोधार्थी पीएचडी में पंजीकृत हैं. सत्र 2019, 2020 और 2021 के विभिन्न पीजी विभागों का डाटा समेकित करने पर यह जानकारी सामने आई है. तीनों सत्र में सबसे अधिक शोधार्थी 2020 सत्र में हैं. नैक मूल्यांकन को लेकर चल रही तैयारियों के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों से उनके यहां पीएचडी के लिए पंजीकृत शोधार्थियों की सूची मांगी थी. छह विभागों की ओर से अब तक डाटा उपलब्ध नहीं कराया गया है. इसके बाद शोधार्थियों की संख्या और बढ़ेगी. विभागों को कहा गया है कि वे शीघ्र तीनों सत्र में पंजीकृत शोधार्थियों का डाटा विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराएं.
महिलाओं की संख्या में डेढ़ गुणा का इजाफा
20 विभागों की ओर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 2019 और 2021 सत्र की तुलना में महिलाओं की संख्या डेढ़ गुणी बढ़ गई है. इससे यह प्रतीत हो रहा है कि महिलाएं अब उच्च शिक्षा के प्रति संवेदनशील हो रही हैं. सत्र 2019 में जहां 20 विभागों में महिलाओं की संख्या 158 थीं. वह 2020 में 259 और 2021 में बढ़कर 275 पहुंच गई है.
अगले सत्र में रिक्त सीटों पर आवंटित होंगे शोधार्थी
विश्वविद्यालय में सत्र 2022 के पीएचडी एडमिशन टेस्ट को लेकर तिथि की घोषणा हो गई है. ऐसे में किस विभाग में प्राध्यापकों के पास कितनी सीटें रिक्त हैं. इसकी जानकारी मिल जाएगी. इससे जो पद रिक्त होंगे. उसी अनुसार सीटों का निर्धारण किया जाएगा. इसके ठीक बाद 2023 सत्र को लेकर पीएचडी एडमिशन टेस्ट का आयोजन होना है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिय इसी महीने शुरू होने की उम्मीद है.
वर्ष | पुरुष | महिला |
---|---|---|
2019 | 164 | 158 |
2020 | 315 | 259 |
2021 | 258 | 275 |