बिहार पंचायत इलेक्शन में वोटिंग से पहले शराब तस्कर सक्रिय! हरियाणा-झारखंड में करायी जा रही एडवांस बुकिंग
Bihar Panchayat election 2021: निवर्तमान, संभावित प्रत्याशियों ने भी चुनाव में शराब बांटने का प्लान बनाया है. जिसको लेकर खुफिया विभाग अलर्ट है. उत्पाद विभाग ने भी धंधेबाजों को दबोचने के लिए विशेष टीम का गठन किया है.
पंचायत चुनाव में इस बार भावी प्रत्याशी शराब की बड़ी खेप मंगाने की तैयारी में है. ग्रामीण क्षेत्र में हरियाणा व झारखंड के धंधेबाज बिचौलियों के माध्यम से शराब की बुकिंग कर रहे है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में तस्करों ने डेरा डालना भी शुरू कर दिया है.
निवर्तमान, संभावित प्रत्याशियों ने भी चुनाव में शराब बांटने का प्लान बनाया है. जिसको लेकर खुफिया विभाग अलर्ट है. उत्पाद विभाग ने भी धंधेबाजों को दबोचने के लिए विशेष टीम का गठन किया है. इधर, चेक और डिजीटल पेमेंट के माध्यम से भी एडवांस बुकिंग कर रहे है. पुलिस और उत्पाद विभाग से बचने के लिए बॉर्डर से अलग के रास्ते शराब की खेप बिहार में भेजी जा रही है. देर रात शराब की खेप को अनलोड किया जा रहा है.
एक ट्रक पर आठ से 10 लाख की हो रही बचत- हरियाणा के शराब कारोबारी ने बताया कि एक ट्रक की बुकिंग 10 लाख रुपये में होती है. इसमें सही ठिकाने पर शराब की खेप मुजफ्फरपुर में पहुंचाने के लिए 12-13 लाख रुपये लिया जाता है. पांच लाख एडवांस देने पर शराब की खेप को भेजा जाता है. धंधेबाजों को आठ लाख रुपये तक की बचत हो जाती है.
टीम करने लगेगी कैंप- उत्पाद विभाग की टीम ने पंचायत चुनाव में शराब धंधेबाजों पर नकेल कसने की तैयारी की है. इसके लिए उत्पाद निरीक्षक के नेतृत्व में चार दारोगा व सिपाहियों की टीम बनायी गयी है. उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार राय ने बताया कि जिस प्रखंड में चुनाव को लेकर नोटिफिकेशन जारी होगा. वहां पर टीम कैंप करना शुरू कर देगी.
निवर्तमान, संभावित प्रत्याशी के साथ जेल से छूटे धंधेबाजों पर है पैनी नजर- पंचायत चुनाव में शराब मंगाने और वोटरों के बीच बांटने की सूचना पर उत्पाद विभाग सक्रिय हो गया है. निर्वतमान, संभावित प्रत्याशी सहित जेल से छूटे धंधेबाजों व अपराधियों पर भी उत्पाद विभाग की पैनी नजर है. पुलिस ने भी कई संदिग्धों के मोबाइल नंबर को रडार पर रखा है.
एक माह में 3209 लीटर विदेशी शराब जब्त व 3140 लीटर देसी शराब किया गया विनिष्ट- अगस्त माह में शराब जब्ती के लिए उत्पाद विभाग ने व्यापक पैमाने पर छापेमारी की. एक से 31 अगस्त के बीच 3209.170 लीटर विदेशी शराब जब्त किया गया है. वहीं, 3140 लीटर देसी शराब की खेप को भी जब्त किया गया है. इस दौरान 50 अभियोग दर्ज करते हुए 30 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है. उत्पाद विभाग ने ट्रक सहित 11 वाहन जब्त किये है.
ट्रेन के रास्ते मंगायी जा रही महंगी शराब- शराब तस्करों ने ट्रेनों में शराब तस्करी का नया ट्रेंड चालू किया. वे ट्रेन को सेफ जोन मानते है. महंगी शराब की खेप को वे ट्रॉली व बैग में रख कर दूसरे राज्यों से ले आते है. जीआरपी ने एक माह में आधा दर्जन शराब धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. अगस्त माह से लेकर एक सितंबर तक जीआरपी ने 130 बोतल विदेशी शराब जब्त किया है. पूछताछ के दौरान धंधेबाजों ने बताया कि वह तीन गुणा दाम पर बेचते है.
पंचायत चुनाव में शराब बांटने वाले निर्वतमान जनप्रतिनिधि और संभावित प्रत्याशियों पर उत्पाद विभाग की पैनी नजर है. शराब धंधेबाजों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी है. नोटिफिकेशन जारी होने के साथ विशेष टीम कैंप करना शुरू कर देगी. कई धंधेबाजों को चिह्नित कर लिया गया है. इसके अलावा हरियाणा के धंधेबाज ने भी अहम जानकारी दी है. जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है.
संजय कुमार राय, उत्पाद अधीक्षक