केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को मुशहरी के उत्तम ग्रेविटी मशरूम क्लस्टर का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से चलने वाली स्मार्ट हाट का निरीक्षण किया, जिसमें रोजाना जीविका दीदी 29 किलो मशरूम का उत्पादन करेंगी. जिसे ग्रेविटी एग्रो एनर्जी नामक कंपनी एग्रीमेंट के तहत खरीदेगी.
यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का हिस्सा है, जिसे उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक ने फाइनेंस किया है. एक स्मार्ट हार्ट की लागत लगभग 3.50 लाख से चार लाख रुपये के बीच की होती है. एक स्मार्ट हाट पूरी तरीके से मोबाइल या लैपटॉप से ऑपरेट की जा सकती है. स्मार्ट की सबसे खासियत यह है कि इसमें आप कहीं बैठे वाटर स्प्रिंकल कर सकते हैं, कहीं बैठे अपने रूम की स्थिति जान सकते हैं. मशरूम में होने वाली बीमारियों का अलर्ट पहले मिल जायेगा. मंत्री ने स्मार्ट हाट की काफी तारीफ की और मुजफ्फरपुर में ही नहीं, पूरे बिहार में स्मार्ट हाट के लिए बैंकों को सहयोग करने को निर्देशित किया. इससे पूर्व उन्होंने खरौना स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया, जहां उन्होंने प्लास्टिक कचरे से बनने वाले अल्टरनेट फ्यूल का निरीक्षण किया और इसकी बारीकियां समझीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है