Muzaffarpur News: NDCA के निर्देश के बाद 156 दवाएं बैन, जिले में था 2 करोड़ का कारोबार

Muzaffarpur News: शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली 156 तरह की दवाओं पर रोक लगा दी गई है. राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण प्राधिकरण के निर्देश के बाद इनकी बिक्री बंद की गई है. मुजफ्फरपुर जिले में इन दवाओं का करीब दो करोड़ का कारोबार होता था

By Anand Shekhar | September 3, 2024 8:18 PM
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Muzaffarpur News: नेशनल ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी (NDCA) ने फिक्स्ड डोज कांबिनेशन वाली 156 तरह की दवाएं बैन कर दी है. 12 अगस्त को जारी राजपत्र में इन दवाओं पर प्रतिबंध के बाद अब दवा स्टॉकिस्ट इन दवाओं को खुदरा विक्रेताओं से मंगा रहे हैं. ये दवाएं अब कंपनियों को वापस भेजी जाएगी.

क्या होता है फिक्स्ड डोज कांबिनेशन मेडिसिन

फिक्स्ड डोज कांबिनेशन वाली दवाओं से मतलब ऐसी दवाओं से है, जिसमें दो बीमारियों की दवा का फिक्स डोज मिला कर नए ब्रांड नाम से बेचा जाता था. पेट दर्द और बुखार के लिए डॉक्टर मेफेनामिक एसिड और पैरासिटामोल लिखते थे, लेकिन कई कंपनियों ने दोनों दवाओं का फिक्स्ड डोज मिला कर नया नाम दिया था. ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी के एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट में इसे बहुत हानिकारक माना गया था.

इससे पहले भी 70 दवाएं की गई थी बैन

इससे पहले भी सरकार ने 70 प्रकार की दवाओं को बैन किया था. हाल ही में प्रतिबंधित किए गए दवाओं का जिले में अच्छा कारोबार था. शहर के बाजार से इसकी होलसेल और खुदरा बिक्री हर महीने का करीब एक करोड़ माना जाता है. दवा बैन होने के बाद से खुदरा कारोबारी होलसेलर को वापस कर रहे हैं.

अब अलग-अलग दवाएं लिखेंगे डॉक्टर

पहले पेशाब में इंफेक्शन पर डॉक्टर ऑफलोक्सासिन और फ्लेवोजेट की मिश्रण वाली दवाएं लिखते थे, लेकिन अब ये दवा अलग-अलग मिलेगी. इसी तरह दिमाग तेज करने, महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने, आंखों में इंफेक्शन, पेट दर्द, उल्टी-दस्त, फैटी लीवर और डायबिटीज, घाव ठीक करने, कील-मुहांसे, चर्म रोग सहित अन्य तरह की कांबिनेशन वाली दवाएं बैन की गयी है. इस तरह की दवाओं को नहीं बेचने का सख्त निर्देश दिया गया है.

बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने भी सभी दवा विक्रेताओं को इस संबंध में सर्कुलर जारी कर रहा है. बाजार में ऐसी दवाओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने की बात कही गयी है.

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प्रतिबंधित दवाओं की सूची विक्रेताओं को दी गयी है. इसमें विभिन्न कंपनियों के सैकड़ों ब्रांड नाम है. अब ऐसी दवाओं की खरीद-बिक्री नहीं होगी. कंपनियों से वार्ता की जा रही है. ऐसी दवाएं उन्हें वापस भेजी जाएगी. ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी के निर्देशानुसार दवाओं का कारोबार किया जा रहा है.

– राकेश कुमार पंकज, जिलाध्यक्ष, बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन

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