मुजफ्फरपुर. व्यवसायी गोविंद ड्रोलिया की रविवार की शाम 6.30 बजे उनकी पत्नी से अंतिम बातचीत हुई थी. गोविंद ने फोन पर पत्नी से कहा था कि वह 10 मिनट में घर आ जायेंगे. वे तय समय पर घर पहुंच गये थे. कुछ ही देर में गोली चलने की आवाज सुनाई दी. दौड़ते हुए परिवार के सदस्य नीचे पहुंचे, तो गोविंद स्कूटी पर गिरे हुए थे. गोविंद की पत्नी ने आक्रोश जताते हुए कहा कि अगर पुलिस मुस्तैदी होती, तो आज उनके पति की जान नहीं जाती. अब जब उनकी दुनिया ही लुट गयी, तो पुलिसकर्मी घर के बाहर ड्यूटी कर रहे हैं. पुलिस शार्प शूटरों की तलाश कर रही है.
जिस हाईस्पीड पर सवार दो बदमाश दिख रहे हैं, उसकी पिछले पांच सालों में किन-किन लोगों को बिक्री की गयी है, उसकी सूची पुलिस ने एजेंसी संचालक से मांगी है. बताया जाता है कि पुलिस की विशेष टीम ने एजेंसी संचालक से संपर्क साध बाइक किस डेट पर बेजी गयी और उसका मालिक कौन था. खरीदारी के दौरान दिये गये फोटो व पहचान पत्र के बारे में भी डिटेल मांगा गया है.
पुलिस को छानबीन में जानकारी मिली है कि गोविंद ड्रोलिया की दुकान में तीन स्टाफ काम करते हैं. इनमें से एक स्टाफ दो दिनों से काम पर नहीं आ रहा था. उससे मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा था. पुलिस उसके मोबाइल का सीडीआर खंगाल रही है. साथ ही अन्य दो स्टाफ के भी मोबाइल की जांच की जा रही है.
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गोली मारने के बाद जवाहरलाल रोड होकर ही अपराधी भागते दिखे हैं. पुलिस सूत्रों की मानें, तो अपराधियों के भागनेवाला सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लग गया है.इसकी गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है. हालांकि, इस मामले में पुलिस के वरीय पदाधिकारी कुछ भी स्पष्ट बोलने से परहेज कर रहे हैं.
सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. कुछ संदिग्धों की पहचान की गयी है. एसआइटी की अलग-अलग टीमें जांच कर रही हैं. परिजन का बयान दर्ज किया जायेगा. सभी बिंदुओं पर गंभीरतापूर्वक जांच की जा रही है.
जयंतकांत, एसएसपी
POSTED BY: Thakur Shaktilochan