मुजफ्फरपुर ब्लास्ट: प्रेमी संग पत्नी गिरफ्तार, पति की हत्या से पहले दोनों ने पी थी शराब, खाया था चिकन

प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली पत्नी और उसके प्रेमी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद से दोनों अलग-अलग जगह अपने परिचितों के यहां रह रहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2021 8:24 PM

मुजफ्फरपुर. प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली पत्नी और उसके प्रेमी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद से दोनों अलग-अलग जगह अपने परिचितों के यहां रह रहे थे. पुलिस अब दोनों को शरण देने वालों से भी पूछताछ कर रही है.

हत्या के बाद मुजफ्फरपुर के SSP जयंतकांत ने एक विशेष टीम गठित किया था. विशेष टीम के सदस्यों ने आरोपी पत्नी राधा और प्रेमी सुभाष शर्मा को कांटी और अहियापुर के सीमावर्ती इलाके से दबोचा है. गिरफ्तार दोनों आरोपी से पुलिस “कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है. पूछताछ में पुलिस को आरोपियों ने बताया- “घटना के बाद एक साथ शहर से भागकर बस स्टैंड में जाकर छुप गए थे. हम दोनों ने वहीं रात गुजारी थी. फिर दूसरे दिन अलग-अलग जगह के लिए निकले थे. विकास और कृष्णा ने सीतामढ़ी जाने की बात कही थी. वहां से निकलने के बाद उससे सम्पर्क नहीं हुआ.’

घटना से पहले शराब और मुर्गा खाया था

मृतक राकेश की पत्नी राधा और उसके प्रेमी सुभाष के बीच काफी दिनों से अवैध संबंध थे. सुभाष ने राकेश को घटना से एक माह पूर्व भी धमकाया था. उसने कहा था कि हम दोनों के बीच में नहीं आए. राकेश उसका मंसूबा भांप गया था. इसके बावजूद पत्नी के बुलाने पर आ गया था. घटना की रात सभी ने शराब और मुर्गा खाया था. इसके बाद राकेश को जमकर आरोपियों ने शराब पिलाई थी. फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी थी.

शव को 8 टुकड़ों में काटा कर एक ड्रम में रख दिया

शनिवार की रात किताब कारोबारी सुनील शर्मा के टाउन थाना क्षेत्र के बालूघाट में स्थित उसके घर में ब्लास्ट हुआ था. धमाका उनके घर में रहने वाले किरायेदार सुभाष कुमार के कमरे में हुआ था. धमाके की पुलिस ने जब जांच शुरु किया तो पता चला कि राधा ने अपने फ्लैट में प्रेमी सुभाष के साथ मिलकर पति राकेश सहनी की हत्या कर दी. इसके बाद उन दोनों ने शव को 8 टुकड़ों में काटा और एक ड्रम में रख दिया.

शव को गलाने के लिए ड्रम में यूरिया, नमक और तेजाब से भर दिया. कमरे से बदबू बाहर न जाए, इसलिए खिड़की और दरवाजे में कपड़े ठूंस दिए और हर रात कमरे के गेट पर अगरबत्ती जलाते थे. 4 दिन तक यूरिया, सल्फ्यूरिक एसिड और नमक से शव गलने के कारण अमोनियम नाइट्रेट गैस बनी. इस गैस और जलती अगरबत्ती के संपर्क के कारण धमाका हो गया था.

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