मुजफ्फरपुर जिले की आबादी 60 लाख, अग्नि सुरक्षा को लेकर फायर ब्रिगेड के पास गाड़ियां सिर्फ 24

60 लाख की है मुजफ्फरपुर जिले की आबादी, लेकिन अग्नि सुरक्षा को लेकर अग्निशमन विभाग के पास हैं सिर्फ 24 छोटे-बड़े दमकल वाहन, जिला अग्निशमन विभाग को मुख्यालय से मिली पांच हजार की क्षमता वाली दो बड़ी एमटी गाड़ियां, नहीं है

By Anand Shekhar | April 4, 2024 12:48 AM
an image

मुजफ्फरपुर में मार्च के दूसरे हफ्ते के बाद जिले में अगलगी की घटनाएं काफी बढ़ गयी है. रोजाना औसतन पांच से 10 फायर कॉल पहुंच रहा है. अग्नि सुरक्षा को लेकर फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) की तैयारी आधी – अधूरी है. जिले की करीब 60 लाख से अधिक की आबादी की अग्नि सुरक्षा को लेकर सात बड़ी दमकल और 17 फायर मिक्स टेक्नोलॉजी की गाड़ियां है. वहीं, 30 ट्रेंड फायर मैन, 30 चालक व 57 प्रशिक्षु फायर मैन है.

जिले के 16 प्रखंड में से 11 फायर को लेकर हॉटस्पॉट में शामिल है. लेकिन, विभाग के पास न तो पर्याप्त संख्या में फायर ब्रिगेड की दमकल है, और ना ही ट्रेंड फायर ऑफिसर . अप्रैल व मई के बीच में अगलगी की घटना में बेहताशा वृद्धि हो जाती है, ऐसे में एक दिन में आठ से 15 फायर कॉल अग्निशमन कार्यालय पहुंचती है. ऐसे में फायर ब्रिगेड की टीम को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

जिले में अगलगी को लेकर यह है हॉट स्पॉट

सकरा, गायघाट, मुसहरी, औराई, विवि, मीनापुर और कटरा जो चंदवारा स्थित फायर स्टेशन के अधीन आता है. वहीं, मोतीपुर फायर स्टेशन के अंदर में जो हॉटस्पॉट है उनमें साहेबगंज, पारू, कांटी व सरैया है.

पेट्रोल पंप पर लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए नहीं है फोम टेंडर

जिला अग्निशमन विभाग के पास सात बड़ी दमकल है. लेकिन, उनके पास फोम टेंडर वाहन नहीं है. पहले जो वाहन था वह 20 से अधिक पुराना होने के कारण उसकी जर्जर स्थिति के कारण हटा दिया गया था. बाद में उसको कबाड़ घोषित करते हुए ऑक्सन कर दिया गया. हालांकि, पटना मुख्यालय में फोम टेंडर की खरीदारी हुई है, जल्द ही जिले को फोम टेंडर मिलने की संभावना है.

चार साल में बेला व भगवानपुर फायर स्टेशन का निर्माण कार्य नहीं हुआ शुरू

बेला भगवानपुर में फायर स्टेशन बनाने की घोषणा होने के चार साल बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सकी है. भगवानपुर में जमीन चिन्हित होने के बाद स्वाइल टेस्टिंग होकर पुलिस भवन निर्माण विभाग का नक्शा भेज दिया गया है. वहीं, बेला में जमीन चिन्हित होने के बाद बियाडा से एनओसी की कार्रवाई अटकी हुई है. दोनों जगह फायर स्टेशन खुलने के बाद चंदवारा फायर स्टेशन से कुछ बोझ घटेगा.

30 फीट से अधिक ऊंचाई पर आग बुझाने को नहीं है सीढ़ी

शहर में बहुमंजिली इमारत की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. लेकिन, अग्निशमन विभाग के पास 30 फीट से अधिक की ऊंचाई पर चढ़कर आग बुझाने के लिए सीढ़ी नहीं है. फायर ब्रिगेड की ओर से हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को लेकर कई बार डिमांड मुख्यालय भेजा जा चुका है. लेकिन, कोई सुनने वाला नहीं है.

अगलगी की घटना होने पर इन नंबरों पर दे जानकारी

  • फायर ऑफिसर 9835219718
  • जिला सहायक अग्निशमन पदाधिकारी 9113130035
  • मोतीपुर फायर ऑफिसर 8271972577
  • अग्निशमन कार्यालय 101, 06212247222
  • फायर मैन 7485805840
  • फायर मैन 7485805841
  • फायर मैन 7485805842


15 मार्च के बाद जिले में अगलगी की घटना बढ़ी है. जितने प्रखंड अगलगी को लेकर हॉट स्पॉट में शामिल है. वहां पहले से फायर ब्रिगेड की टीम तैनात है. दो बड़ी दमकल विभाग को मिली है . साथ ही गांव से लेकर शहर तक मॉक ड्रिल व एलइडी के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

त्रिलोक नाथ झा , जिला अग्निशमन पदाधिकारी

सरकारी स्कूल, कोचिंग व सार्वजनिक स्थानों पर फायर ब्रिगेड की टीम चला रही अग्नि सुरक्षा को अभियान

गर्मी की धमक आते ही जिले में अगलगी की घटनाएं बढ़ने लगी है. रोजाना दो से चार फायर कॉल चंदवारा व मोतीपुर फायर स्टेशन में पहुंच रही है. जिला अग्निशमन पदाधिकारी त्रिलोक नाथ झा के निर्देश पर फायर ब्रिगेड की टीम शहर से लेकर गांव तक जागरूकता अभियान चला रही है. फायर ब्रिगेड की टीम ने बुधवार को सरकारी स्कूल के छात्र- छात्राएं व कोचिंग में जाकर फायर सेफ्टी की जानकारी दी.

ग्रामीण इलाकों में बरूराज, मोतीपुर, रक्सा पंचायत, करजा, नरियार, सरैया, पारू के देवरिया पश्चिमी, प्राथमिक विद्यालय बंगरा, बियाडा फेज टू के प्रकाश फूट प्रोडक्शन, लक्ष्मी इंटरप्राइजेज समेत एक दर्जन से अधिक जगहों पर अग्नि सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया है. जिले में अग्नि सुरक्षा को लेकर जिले में 200 जगहों पर बाल पर जागरूकता पेंटिंग लगाया जाएगा. अब तक 70 से अधिक जगहों पर पेंटिंग लगया गया है. इसके अलावा 150 से अधिक चौक – चौराहे पर दीवार पर जागरूकता स्लोगन लिखा जा रहा है. जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने इसके लिए दो अलग- अलग टीम का गठन किया है. टीम के सदस्य गांव- गांव जाकर लोगों को अग्नि सुरक्षा को लेकर जागरूक कर रही है.

Also Read : बोधगया के अमवां व बकरौर में लगी आग, 25 झोपड़ियां जल कर राख

Exit mobile version