चंदन सिंह,मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर में मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग, मॉल व अपार्टमेंट तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में जिला अग्निशमन विभाग को भी अपग्रेड किया जा रहा है. दिल्ली के तर्ज पर ही जल्द ही स्नेक लैडर, रोबोट से विभाग को लैस किया जाएगा. इनकी मदद से मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग में लगने वाली आग पर काबू पाया जा सकेगा. विभाग ने लैडर, रोबोट व फोम टेंडर के लिए मुख्यालय को डिमांड भेजी है.
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों की मानें तो पटना के बाद मुजफ्फरपुर फायर स्टेशन को सबसे अधिक हाइटेक व अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है. जुलाई तक फायर बुलेट भी जिला अग्निशमन विभाग को मिल जाएगी. इसकी मदद से संकरी गलियों में भी आग बुझाने में मदद मिल सकेगी. इससे पहले 30 फीट की ऊंचाई वाली बिल्डिंग में आग बुझाने के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की भी डिमांड की जा रही है. पिछले महीने विभाग को 2500 लीटर की क्षमता वाले दो वाटर टेंडर दिये गये. वहीं, फोम टेंडर की मुख्यालय से खरीदारी हो गयी है. जल्द ही जिले को एक वाटर टेंडर और 10 से अधिक फायर शूट भी मिलेगा.
स्नेक लैडर कोने-कोने में जाकर बुझाती है आग
फायर ब्रिगेड की अधिकारियों के अनुसार स्नेक लैडर फिलहाल दिल्ली समेत महानगरों के फायर ब्रिगेड की टीम के पास है. यह गाड़ी सांप की तरह घर के अंदर कोने-कोने में घुसकर आग बुझाती है. इसमें अत्याधुनिक कैमरे और बुझाने वाले जेट लगे होते हैं. स्नेक लैडर के अगले हिस्से में फायरमैन को तैनात किया जाता है जो आग बुझाने का काम करते हैं.बिहार अग्निशमन विभाग भी स्नेक लैडर खरीदेगा. इसमें पटना के साथ-साथ मुजफ्फरपुर को भी एक स्नेक लैडर मिलने की संभावना है.
छह करोड़ से बन रहा फायर स्टेशन
चंदवारा स्थित फायर स्टेशन छह करोड़ से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है. इसके लिए पुलिस भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर की टीम फायर स्टेशन के कार्यालय पहुंच कर वहां से मिट्टी जांच के लिए ले गयी है. टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है. इसके बाद तीन मंजिला फायर स्टेशन के भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा
भगवानपुर, बेला व एसकेएमसीएच में बनेगा फायर स्टेशन
जिले में मुजफ्फरपुर से मोतीपुर फायर स्टेशन के अलावा भगवानपुर, बेला इंडस्ट्रियल एरिया व एसकेएमसीएच में भी फायर स्टेशन का निर्माण होना है. भगवानपुर फायर स्टेशन के लिए जमीन चिन्हित होने के बाद स्वाइल टेस्टिंग होकर टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. वहीं, बियाडा में एनओसी के चक्कर में मामला अटका हुआ है. एसकेएमसीएच में जमीन चिन्हित होने के बाद आगे की कार्रवाई चल रही है.
जिला अग्निशमन विभाग को अपग्रेड किया जा रहा है. अगले दो माह में फायर बुलेट मिल जाएगा. स्नेक लैडर, रोबोट, हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म का डिमांड मुख्यालय भेजा गया है. ये सभी यंत्र मिलने से आग बुझाने में सहूलियत होगी.
जिला सहायक अग्निशमन पदाधिकारी, विनय कुमार सिंह