Muzaffarpur Junction: मुजफ्फरपुर जंक्शन के यूटीएस काउंटर पर अगस्त से यूपीआइ के तहत डिजिटल भुगतान सुविधा शुरू की गयी है. पीआरएस और यूटीएस पर क्यूआर कोड से यात्री भुगतान कर टिकट ले रहे हैं, लेकिन इसमें पैसा फंसने के साथ कई तकनीकी समस्याएं भी सामने आ रही हैं. इन्ही मुद्दों को लेकर दिल्ली से सेंटर फाॅर रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) की टीम जंक्शन पर पहुंची. टीम ने समस्याओं को जानने के साथ फीडबैक लिया.
कामर्शियल विभाग का सर्वे शुरू
अभी कामर्शियल विभाग का सर्वे शुरू किया गया है. जिसमें यूटीएस काउंटर पर यूपीआइ से टिकट कट रहा है या नहीं, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) से टिकट कटने में कोई परेशानी तो नहीं आ रही, इसके बारे में रेल कर्मियाें से अवगत हुई. इसके साथ ही टीटीइ हैंडहेल्ड को संचालित कर रहे हैं, ऐसे में इसे चलाने में आ रही परेशानियों के बारे में भी राय जानी. इसके साथ ही सर्वर की समस्या से लेकर यूपीआइ सिस्टम को और तकनीकी रूप से एडवांस करने की बात कही, ताकि यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.
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क्रिस इन रूपों में दे रहा है सहयोग
सेंटर फाॅर रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) का कार्य इंडियन रेलवे के कंप्यूटरीकरण व विकास के लिए अहम इंफॉर्मेशन सिस्टम्स की डिजाइन तैयार करना, उसको डेवलप करना, लागू करना और उनका मेंटेनेंस करना है. यह टिकट व यात्री सेवाएं, माल वाहन सेवाएं, ट्रेन ऑपरेशन, संपत्ति प्रबंधन, मानव संसाधन जैसे सभी कार्य क्रिस के जरिये होता है. पैसेंजर, पार्सल व माल बुकिंग के सभी कार्य क्रिस द्वारा तैयार किये गये कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के द्वारा किये जाते हैं. इसने कंप्यूटर व मोबाइल के जरिये रेलवे की हर सेवा तक उपभोक्ताओं की पहुंच को बहुत आसान कर दिया है.
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