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मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र के चुनाव की तैयारी पूरी, अब आम जनता की भागीदारी, कल होगा मतदान 

मुजफ्फरपुर में पांचवें चरण के तहत सोमवार को मतदान होगा. इसको लेकर पिछले एक महीने से प्रभात खबर मतदाता जागरूकता अभियान के तहत मतदाताओं को जागरूक कर रहा है तो आइये हम सब मिलकर मतदान करें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करें. यहां मतदाताओं की जानकारी के लिये यहां कुछ जरूरी बातें रखी जा रही है...

By Anand Shekhar | May 19, 2024 6:55 AM

Loksabha Election: मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र का चुनाव सोमवार को है. इसको लेकर सारी तैयारी हो चुकी है. बीएलओ मतदाता पर्ची बांट चुके हैं. अब बारी है आम जनता की. वे अपने घरों से निकल कर मतदान करें. लोकतंत्र के इस महापर्व में हम सबकी भागीदारी महत्वपूर्ण है. मतदान नागरिकों को अपने प्रतिनिधियों को चुनने और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने के अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति देता है. मतदान करके, नागरिकों को विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त करने और राष्ट्र के विकास में योगदान देने का अवसर मिलता है. हम सभी को अपने नागरिक होने का फर्ज अदा करने के लिये मतदान निश्चित तौर पर करना चाहिये.

मतदाताओं को दी गयी क्यूआर कोड वाली पर्ची

मुजफ्फरपुर लोकसभा चुनाव में लाखों मतदाता मतदान करेंगे. चुनाव आयोग ने सभी मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली वोटर पर्ची पहले ही बंटवा दी है. इस पर्ची में मतदान केंद्र की जानकारी से लेकर निर्वाचक नामावली में वोटर क्रमांक और मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर तक सब कुछ दिया है. सोमवार को मतदान करने का दिन है. मतदान बूथ में कोई भी उपकरण ले जाना मना है. यदि आपको अपने मतदान केंद्र की जानकारी नहीं है, तो voters.eci.gov.in पर जाकर सर्च कर सकते हैं.

मतदान के लिए इन डॉक्यूमेंट का करें उपयोग

मतदान के लिये 12 डॉक्यूमेंट स्वीकृत किये गये हैं. यदि आपके पास वोटर कार्ड नहीं है तो भी इन डॉक्यूमेंट का उपयोग कर मतदान कर सकते है. इनमें से एक भी पहचान पत्र है तो वोटिंग से कोई नहीं रोकेगा

  • मतदाता पहचान पत्र (एपिक)
  • पैन कार्ड
  • विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी)
  • सेवा पहचान पत्र
  • बैंक-डाकघर की फोटोयुक्त पासबुक
  • स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड (श्रम मंत्रालय)
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अंतर्गत भारत के महारजिस्ट्रार द्वारा जारी किया गया स्मार्ट कार्ड
  • पेंशन दस्तावेज
  • मनरेगा जॉब कार्ड

मतदान केंद्र पर करें ये काम, नहीं होगी कोई परेशानी

मतदान के लिए जब आप जाएं तो सबसे पहले मतदान केंद्र पर लगी मतदाता लाइन में खड़े रहें. बारी आने पर मतदान अधिकारी प्रथम ( पी 1 ) )मतदाता सूची में आपके नाम और आपके आईडी प्रूफ की जांच करेगा. इसके बाद दूसरा मतदान अधिकारी द्वितीय ( पी 2 )आपको एक पर्ची देगा. आपके हस्ताक्षर या अंगूठा लगवाएगा. इसके बाद आपकी अंगुली के नाखून पर अमिट स्याही से निशान लगायेगा. पर्ची को मतदान अधिकारी तृतीय ( पी 3 ) लेगा और आपकी अंगुली के नाखून पर निशान होने की जांच कर आपको वोट करने की अनुमति प्रदान करेगा. आप (वोटर) वोट डालने के लिए ईवीएम पर अपनी पसंद के उम्मीदवार के चुनाव चिह्न के सामने का बटन दबा देंगे. लाल बत्ती जल उठेगी. यदि आपको कोई उम्मीदवार पसंद नहीं है तो नोटा के सामने का बटन दबाने का विकल्प आयोग ने दिया है.

ऐसे करेंगे मतदान

जैसे ही आप मतदान कक्ष में प्रवेश करेंगे, तृतीय मतदान अधिकारी बैलेट यूनिट (बीयू) को चालू करेगा. बैलेट यूनिट की ‘रेडी’ लाइट जल उठेगी. अपना वोट डालने के लिए बैलेट यूनिट पर अपनी पसंद के अभ्यर्थी के नाम /प्रतीक–चिह्न अथवा नोटा विकल्प के सामने नीला बटन दबाएं. चुने गए अभ्यर्थी के नाम /नोटा विकल्प / प्रतीक-चिह्न के सामने की लाल बत्ती जल उठेगी. और बत्ती को ध्यान से देखें.

वोट पड़ा इसके लिए‘बीप’ की आवाज़ सुनें

वीवीपैट मशीन से चुने गए अभ्यर्थी की क्रम संख्या, नाम एवं प्रतीक–चिह्न/ नोटा के उल्लेख वाली मतदान पर्ची मुद्रित एवं प्रदर्शित होगी. कंट्रोल यूनिट से आई बीप की ध्वनि से इस बात की पुष्टि होती है कि वोट सफलतापूर्वक डाल दिया गया है. यदि आपको वीवीपैट में मतदान पर्ची न दिखे या बीप की तेज आवाज न सुनाई दे तो पीठासीन अधिकारी से संपर्क करें . शीशे में से पर्ची 7 सेकेंड के लिए दिखाई देगी. मुद्रित पर्ची वीवीपैट में सुरक्षित रख ली जाएगी.

खुद भी दें वोट, दूसरों को भी करें जागरूक

लोकतंत्र के महापर्व को सफल बनाने के लिये हम सभी खुद तो वोट करे ही, दूसरों को भी इसके लिये जागरूक करें. हमारे एक-एक वोट का महत्व है. अपने क्षेत्र के विकास और देश में अच्छी सरकार के लिये हम सभी का दायित्व है कि घर से निकलें और वोट करें. वोट करने से चूक गये तो फिर पांच साल बाद यह मौका मिलेगा. हमें देश के सबसे बड़े महापर्व में अपनी भागीदारी देनी चाहिए

1950 पर कॉल करने पर बूथ तक गाड़ी की सुविधा

पचासी वर्ष से अधिक उम्र के लोग, दिव्यांग और गर्भवती महिलाओं के वोटिंग के लिये इस बार जिला निर्वाचन आयोग ने गाड़ियों की व्यवस्था की है. इसके लिये मतदाताओं को टॉल फ्री नंबर 1950 पर कॉल करना होगा. मतदाता चाहे तो अपने समय का स्लॉट भी इस नंबर पर कॉल करके बुक करा सकते हैं. मतदान के दिन निर्धारित समय पर गाड़ी उनके घर तक पहुंचेगी. ऐसे मतदाताओं को बूथ पर पंक्ति में लगने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी इसकी खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने ऐसे मतदाताओं से इस सुविधा का लाभ लेने की अपील भी की है

बूथ पर रहेगा शेड और पेयजल

गर्मी के कारण इस बार बूथ पर शेड भी लगाया जायेगा, ताकि पंक्ति में लगने वाले मतदाताओं को धूप नहीं लगे. इसके अलावा यहां ठंडा पेयजल की व्यवस्था भी की जा रही है. मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, जिला प्रशासन इसका ख्याल रख रहा है. सभी बूथों पर शेड लगाने के साथ पेयजल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

शहर में बनेंगे तीन आदर्श बूथ

शहर में तीन आदर्श बूथ बनाये गये हैं. रेलवे प्रशिक्षण केंद्र, संस्कृत कॉलेज और जीडी मदर स्कूल में मतदाताओं के बैठने के लिये कुर्सी की व्यवस्था रहेगी. तीनों बूथ पर पंडाल बनाकर सजाया जायेगा. यहां गर्मी से राहत के लिये पंखे लगाये जायेंगे. बूथ को आकर्षक दिखाने के लिये सजाया जायेगा और यहां सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जायेगा, जहां पर मतदाता वोट डालने के बाद अपना फोटो ले सके.

लो टर्न ओवर वाले क्षेत्र में मतदान बढ़ने पर इनाम

जिला प्रशासन इस बार लो टर्नओवर वाले क्षेत्राें में पांच फीसदी मतदान बढ़ने पर यहां की जीविका, आशा, चुनाव में लगे कर्मी सहित अन्य कर्मचारी जो लगातार मतदान को बढ़ावा देने के लिये कार्य कर रहे हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा. जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी की है. इसके लिये पिछले एक महीने से ऐसे क्षेत्राें में मतदान बढ़ाने के लिये जीविका रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिता कर रही हैं. लोगों के घर-घर जाकर मतदान के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है.

वोटर टर्न आउट ऐप से देखें मतदान का प्रतिशत

निर्वाचन आयोग ने इस बार मतदाताओं को देश के विभिन्न राज्यों और संसदीय क्षेत्रों के विधानसभा क्षेत्र में पड़े वोटिंग का प्रतिशत देखने के लिये वोटर टर्न आउट ऐप की सुविधा दी गयी है. कोई भी नागरिक प्ले स्टोर से इस ऐप में डाउनलोड कर विभिन्न संसदीय क्षेत्रों के विधानसभा में पड़े वोट का प्रतिशत देख सकता है. चुनाव समाप्त होने के साथ ही इस ऐप के माध्यम से हमें एक अनुमानित आंकड़ा मिल जाता है.

यह भी जानें

गैरकानूनी गतिविधियों अथवा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट सी–विजिल एप पर करें. यह ऐप मोबाइल फोन के माध्यम से जुड़ा रहता है. यदि आप मतदान से पहले अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों की जानकारी चाहते हैं तो ”नो योर कैंडिडेट ” ऐप की मदद लें. इस ऐप में उम्मीदवारों की संपत्ति, शिक्षा, आपराधिक सभी तरह का रिकार्ड मिल जाएगा. मतदाता हेल्पलाइन नंबर – 1950 पर कॉल कर सकते हैं.

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