सुनील कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर
कभी कचरा डंपिंग को लेकर तो कभी कचरे के निष्पादन नहीं होने को लेकर मुजफ्फरपुर नगर निगम अक्सर सुर्खियों में रहता है. इससे शहर की स्वच्छता भी प्रभावित होती है. लेकिन, सिटीज चैलेंज 2.0 में इस जिले का चयन होने के बाद निगम अपनी रैंकिंग और शहर की स्वच्छता दोनों सुधारने की कवायद में लग गया है. शहर से निकलनेवाले एक सौ टन से अधिक सूखा कचरे के निष्पादन की रणनीति तय की गयी है. सूखा कचरे से शहर की निचली भूमि (लो लैंड) की भराई की जायेगी. साथ ही गीला कचरे से खाद, बायोफ्यूल्स और बिजली आदि तैयार किया जायेगा.
इधर, मेयर निर्मला साहू ने बताया कि सिटी इन्वेस्टमेंट्स टू इनोवेट इंटीग्रेट एंड सस्टेन (सिटीज) 2.0 चैलेंज से मुजफ्फरपुर नगर निगम को करीब 175 करोड़ अनुदान स्वच्छता के लिए मिलेंगे. इस राशि को शहर की स्वच्छता ठीक करने में लगाया जायेगा. बताया कि वर्तमान में चंदवारा और एमआरडीए परिसर स्थित कचरा ट्रीटमेंट प्लांट को फिर से चालू किया जायेगा. शहर से निकलने वाले गीला और सूखा कचरा को सेमी ऑटोमेटेड मशीन से छंटनी कर अलग किया जायेगा, फिर सूखा कचरा से लो लैंड की भराई होगी. वहीं, गीला से खाद आदि का निर्माण कर बाजार में उतारा जायेगा.
कचरा चुननेवालों को संविदा पर दिया जायेगा रोजगार
मेयर ने बताया कि कचरा निष्पादन के लिए कई आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. कचरा बीनने वाले को भी निगम की ओर से संविदा पर रोजगार दिया जाएगा. डे टू डे कचरा का निष्पादन कराया जायेगा. आगामी सोमवार को वह कचरा पीट का निरीक्षण भी करेंगी. उसकी अद्यतन जानकारी जुटाएगी. ताकि सिटीज चैलेंज 2.0 के तहत आगे की योजना तैयार की जा सके. उन्होंने बताया कि रौतिनियां डंपिंग प्वाइंट पीट को भी चालू कराया जायेगा.
वर्तमान में रौतनिया कचरा डंपिंग पर ढाई लाख मीट्रिक टन कूड़ा जमा है. उक्त कूड़ा का निष्पादन सिटीज चैलेंज 2.0 की मदद से किया जायेगा. चंदवारा-एमआरडीए कचरा पीट को भी फिर से चालू करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. मेयर ने बताया कि वर्तमान में चंदवारा में शहर के कई इलाके से कचरा पिकअप से पहुंच रहा है. खासकर सूखा कचरा उपलब्ध हो रहा है. फिलहाल कचरा पीट पर काम की रफ्तार काफी धीमी है, उसे और तेज किया जायेगा. जरूरत के हिसाब से और मानव बल को बढ़ाया जायेगा. इसके लिए अलग से कार्ययोजना तैयार की जायेगी.