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Muzaffarpur Murder: मुख्य आरोपी और किशोरी के बीच एक महीने में हुई थी 422 कॉल, संजय राय समेत 4 गिरफ्तार

Muzaffarpur Murder: पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने मुख्य आरोपित संजय राय (48) को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार कर लिया है.

By Anshuman Parashar | August 19, 2024 9:55 PM

Muzaffarpur Murder: पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने मुख्य आरोपित संजय राय (48) को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ के आधार पर हत्याकांड में शामिल गांव के तीन और आरोपी पंकज राम, चुन्नू पासवान और मुन्ना राम को दबोच लिया है. दो और युवकों की संलिप्तता इस घटना में सामने आयी है. दोनों अंडरग्राउंड हो गए हैं. घटना के अगले ही दिन दोनों गांव छोड़कर फरार हो गए थे. पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.

एसएसपी ने क्या कहा

एसएसपी राकेश कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि पारू में किशोरी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सरैया एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था. किशोरी की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हो गया था. पुलिस लगातार उसके मोबाइल के लोकेशन को ट्रेस करने में जुटी थी. इस बीच उसका लोकेशन सिलीगुड़ी मिला. जिसके आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर उसको दबोच लिया. उसकी निशानदेही पर हत्या में शामिल तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इससे पहले संजय राय को भगाने में शामिल एक और आरोपी मिथिलेश कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इस वारदात में कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.

तीन साल से किशोरी से था मुख्य आरोपी का संबंध

पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी संजय राय ने बताया है कि उसका पिछले तीन साल से किशोरी से मधुर संबंध था. वह उसके घर का हर खर्च उठाता था. उसके परिवार में किसी भी तरह की जरूरत होती थी, उसको वह पूरा करता था. पांच लाख रुपये उसके भाई व पिता के एक केस में फंसने पर बेल कराने से लेकर अन्य चीजों में खर्च किया था. संजय राय उससे शादी करना चाहता था। इस वजह से वह उसकी उम्र 18 साल बताकर दूसरा आधार कार्ड भी बनाने वाला था. परिवार के सदस्य किशोरी की दूसरी जगह शादी तय कर दिये थे.

किशोरी को कॉल कर चौर में मिलने के लिए बुलाया था

संजय राय ने पुलिस को बताया वे लोग अधिकांश रात में चौर में मिलते थे. घटना की रात उसको कॉल किया. इसके बाद वह रात साढ़े दस बजे के आसपास मिलने पहुंचा था. वहां उसका का शव मिला. उससे 30 मीटर दूर दोनों बैठकर बातचीत कर रहे थे. इसी जगह पर दोनों अक्सर मिलते थे.

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गांव में पांच युवकों ने रंगेहाथ पकड़ा, हॉट टॉक होते ही कर दी हत्या

एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि किशोरी व संजय राय के मधुर संबंध की जानकारी उसके गांव के पांच युवकों को थी. वे रंगे हाथ पकड़ने की कुछ दिनों से योजना बना रहे थे. घटना की रात दोनों चौर में एक साथ बैठे मिल गए. पांचों युवकों से संजय राय व किशोरी की हॉट टॉक हो गयी. इसके बाद संजय राय व किशोरी के साथ मारपीट की गयी. गिरफ्तार पंकज राम ने अपने हाथ में लिये रॉड से युवती के सिर पर वार कर दिया. इसके बाद वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गयी. फिर आरोपियों ने खुरपी से उसके गले पर वार कर दिया. जब लगा कि वह मर जाएगी, तो पांचों वहां से फरार हो गए. इसके बाद संजय राय को लगा कि वह फंस जाएगा. गांव के लोगों को पूरी बात पता चल जाएगी. इसके बाद संजय ने धइचा से किशोरी के दोनों हाथ पांव को बांध दिया. उसका गला दबा दिया. शव को घसीटते हुए 20 से 30 मीटर दूर ले जाकर पोखर में फेंक दिया.

खुरपी से घटनास्थल की मिट्टी को कुरेद कर खून के धब्बे को मिटाया

किशोरी के शव को पोखर में फेंकने के बाद संजय राय ने खुरपी से घटनास्थल जहां खून जमीन पर गिरे थे, वहां की मिट्टी को कुरेद दिया. इसके बाद संजय राय घर आया. अपने दोस्त मिथिलेश कुमार के साथ वह छपरा भाग गया. वहां से लगातार वह गिरफ्तारी के डर से भाग ही रहा था.

आरोपित और किशोरी के बीच एक महीने में 422 कॉल

पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि किशोरी की लगातार फोन पर बातें भी होती थीं. एक महीने के सीडीआर में पुलिस को पता चला है कि आरोपित संजय राय ने किशोरी को 213 बार और किशोरी ने आरोपी को 209 बार कॉल किया था. इस अवधि में किशोरी की बड़ी बहन से भी आरोपी की लगातार बातें होती थीं. घटना की रात उसकी बड़ी बहन के मोबाइल का लोकेशन कांवड़ यात्रा में होने के कारण लगातार मूविंग बता रहा था.

किशोरी की मां ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी

किशोरी की मां ने पारू थाने में हत्या को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उन्होंने कहा था कि 11 अगस्त की रात्रि में 12 बजे वह घर में बड़ी व छोटी पुत्री के साथ सोयी थी. तभी संजय राय अपने पांच साथियों के साथ घर पर पहुंचा. उनकी छोटी पुत्री को जबरन बाइक से अगवा कर ले गया. इस दौरान विरोध करने पर उसके पुत्र को पीटा भी. रात में बच्ची का कोई पता नहीं चला. सुबह में गोपालपुर स्थित पोखर में एक शव मिला. किशोरी की हत्या कर उसका हाथ-पांव बांधकर पोखर में फेंका गया था. स्थानीय लोगों ने ही उसकी पहचान की. पोखर के पास उसका बाल और खून बिखरा हुआ था. उन्होंने अभियुक्त पर आरोप लगाया कि उसने पूर्व में धमकी दी थी कि पुत्री की शादी मुझसे कर दो नहीं तो हत्या कर देंगे. उसने यह भी कहा था कि दलित होने के कारण वे लोग अक्सर उन्हें प्रताड़ित करते थे.

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