मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी टैक्स देने में सूतापट्टी इलाका नंबर वन, बावन बिगहा और बालूघाट फिसड्डी

मुजफ्फरपुर के आधा दर्जन से अधिक वार्डों में 100 फीसदी से अधिक वसूली, फिसड्डी वार्डों में नगरीय सुविधा मिलने पर उठा सवाल, 15.09 करोड़ निजी और 2.68 करोड़ रुपये सरकारी भवनों से हुई है प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली, 22.52 करोड़ रुपये था कुल लक्ष्य

By Anand Shekhar | May 16, 2024 6:40 AM
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मुजफ्फरपुर नगर निगम का प्रॉपर्टी टैक्स चुकता करने में शहर के थोक एवं खुदरा कपड़े का मंडी सरैयागंज-सूतापट्टी का इलाका नंबर वन बन गया है. दूसरे नंबर पर इससे सटे लहठी, इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर की बिक्री करने वाला इस्लामपुर, जवाहरलाल रोड, तिलक मैदान और मोतीझील इलाके के लोग हैं. तीसरे व चौथे नंबर पर माड़ीपुर, मझौलिया और चक्कर मैदान से सटे वार्ड नंबर 09 व 10 के साथ चंदवारा वार्ड नंबर 44 के लोग हैं.

नगर निगम को इन इलाके के लोग तत्परता से हर साल अपना टैक्स चुकता कर रहे हैं. इन इलाके में रहने वाले काफी कम लोगों के यहां निगम का टैक्स बकाया है. इन इलाके में रहने वाले लोगों की तत्परता इसी से समझ सकते हैं कि वित्तीय वर्ष की शुरुआत में तीन महीने यानी 30 जून तक प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने पर जो पांच प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलती है. इसका भी लाभ लेने में इन इलाके के लोग सबसे आगे हैं. इसके अलावा शहर के वार्ड नंबर 11 कलेक्ट्रेट, कंपनी बाग और लेनिन चौक, मिठनपुरा का जो इलाका है. इधर के लोग भी टैक्स जमा करने में दिलचस्पी दिखाते हैं.

सबसे खराब स्थिति बूढ़ी गंडक नदी से सटे बालूघाट, चंदवारा और बावन बीघा का जो इलाका है. इन इलाके के लोगों की रुचि टैक्स जमा करने में काफी कम रहती है. पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों पर गौर करें तो कुल 16.23 करोड़ रुपये निजी होल्डिंग से वसूली का लक्ष्य तय किया गया था. इसमें से नगर निगम 15.96 करोड़ रुपये की वसूली किया है. वहीं, सरकारी होल्डिंग से हुई वसूली के आंकड़े को जोड़ा जाये, तो कुल 17.77 करोड़ रुपये की वसूली पिछले वित्तीय वर्ष में हुई है. इधर, जिन-जिन वार्डों में कम वसूली हो रही है. उन वार्डों के लोगों को निगम की तरफ से मिल रहे नगरीय सुविधा पर सवाल खड़ा हो गया है.

ओवरऑल 93.01 फीसदी की वसूली

शहर के 49 वार्डों को मिलाकर देखा जाए तो निगम के आंकड़ों के अनुसार कुल 93.01 फीसदी की वसूली हुई है. नये वित्तीय वर्ष की शुरुआती एक महीने में वसूली का ग्राफ काफी कम रहा है. लेकिन, इन दिनों फिर से तेजी से वसूली शुरू हो गयी है. ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन तरीके से भी तहसीलदार वसूली में जुटे हैं. चालू वित्तीय वर्ष में पिछली बार हुई वसूली से दो गुना से भी ज्यादा वसूली का लक्ष्य रखा गया है.

सूतापट्टी व मोतीझील इलाके की वसूली का लक्ष्य सबसे अधिक

शहर के सूतापट्टी व मोतीझील का इलाके की वसूली का लक्ष्य सबसे अधिक है. एक वित्तीय वर्ष में वार्ड नंबर 20 यानी सूतापट्टी, सरैयागंज इलाके से वसूली के लिए 93.56 लाख रुपये का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से नगर निगम 90 से 95 फीसदी तक की वसूली करता है.

वहीं, मोतीझील इलाके यानी वार्ड नंबर 23 में वसूली के लिए 79.80 लाख रुपये रखा गया है. इसमें से 98 फीसदी से अधिक की वसूली हुई है. शहर के वार्ड नंबर 08, 09, 10, 11 और 12 ऐसे वार्ड है, जिसमें तय लक्ष्य से काफी अधिक वसूली हुई है. वार्ड नंबर 18, 36, 37, 39, 40, 42, 43 व 44 में भी निर्धारित लक्ष्य से अधिक की वसूली हुई है.

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