Muzaffarpur News: सेंट्रल जेल में बंद 100 कैदी करेंगे छठ महापर्व, व्रतियों में मुस्लीम महिलाएं भी शामिल
Muzaffarpur News: जिले में इस बार सेंट्रल जेल में बंद 100 कैदी छठ का महापर्व करेंगे। इस बार पहले ही सभी तैयारियां कर ली गई हैं। महिला कैदी के बच्चों के लिए भी कपड़े खरीदे गए हैं।
Muzaffarpur News: जिले के शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में छठ पूजा किया जाएगा। यहां कैदी छठ महापर्व का उपवास रखेंगे। इसको लेकर जेल प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। बता दें, जेल में बंद हिन्दू के साथ साथ मुस्लीम महिलाएं भी छठ महापर्व का उपवास कर रही हैं। इसको लेकर जेल में बने कृत्रिम तालाब को पूरी तरह सजाया गया है। जेल अधिक्षक बृजेश सिंह मेहता ने बताया कि इस साल सेंट्रल जेल में कुल 100 कैदी छठ महापर्व का उपवास करने वाले हैं। इसको लेकर जेल प्रशासन ने महिलाओं के लिए साड़ी, पुरुषों के लिए धोती और गमछा उपलब्ध कराया है।
बच्चों के लिये भी खरीदे गए कपड़े
जेल अधीक्षक ने आगे बताया कि छठ महापर्व को लेकर सारी तैयारियों और सुविधाओं के अलावा पर्व से संबंधित शुद्धता और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा गया है। केंद्रीय जेल में बंद कैदियों में इस पर्व को लेकर खास उत्साह रहता है। वहीं, महिला कैदियों के साथ रहने वाले बच्चों के लिए जेल प्रशासन की तरफ से नए कपड़े खरीदे गए हैं। जो 100 व्रती इस बार जेल से सूर्य भगवान को अर्घ देंगे, उनमें 38 महिलाएं और 62 पुरुष शामिल हैं। 38 में से 4 मुस्लीम समुदाय की महिला हैं।
शहर में भारी वाहन की इंट्री पर बैन
जिले में छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन की तैयारी अब अपने अंतिम चरण में है। जिले में कुल घाटों की संख्या करीब 250 है, जिनमें 50 से अधिक घाट खतरनाक है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कई दिशा निर्देश दिए हैं। निर्देशों के अनुसार, सभी घाटों पर 2 से 3 की संख्या में गोताखोर नाव पर तैयार रहेंगे। साथ ही सभी घाटों पर लाइफ जैकेट की भी व्यवस्था होगी। नदी के किनारे बांस की बैरिकेडिंग की गई है। शहर में जाम की स्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन ने 5 से 8 नवंबर तक भारी वाहनों की इंट्री पर बैन लगा दिया है। इसको लेकर एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने निर्देश जारी किया है। छठ घाट के दिन गहरी नदी तरह की अनहोनी को देखते हुए यह पाबंदी लगाई गई है।