Muzaffarpur News: दमघोंटू हवा में जीने को मजबूर लोग, नए साल में एक भी दिन हवा स्वच्छ नहीं
Muzaffarpur News: जिले की हवा प्रदूषित हो गई है. लोग दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. नए साल के 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक एक भी दिन लोगों ने स्वच्छ हवा में सांस नहीं ली है. जानिए पूरी खबर…
Muzaffarpur News: नये साल 2025 के 12 दिन गुजर गये हैं. चौंकाने वाली स्थिति यह है कि इस दौरान एक दिन भी शहर की हवा मानक के अनुसार स्वच्छ नहीं थी. जबकि लगभग दिन में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स औसतन ढाई सौ के पार रहा है. यू कहें कि नये साल में लोग लगातार दूषित और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हवा ले रहे हैं. यह हालात तब है, जब शहर नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम में शामिल है. दूसरी तरफ शहर के जनप्रतिनिधि आज यानी सोमवार को बैठक में इस मुद्दे पर भी विचार करेंगे. नगर निगम में होने वाली सशक्त स्थायी समिति की बैठक में शहर में प्रदूषण के रोकथाम व बचाव के प्रस्ताव को भी शामिल किया गया है. कुल मिला कर शहर में दमघोंटू हवा के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल है. बीते करीब चार साल से हवा को स्वच्छ करने को लेकर दावा किया जा रहा है. लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली है.
आसान भाषा में समझें वायु गुणवत्ता को
वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं, यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के fo के बीच दर्शाया जाता है. इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है. इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है.
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400-500 बीच की केटेगरी गंभीर
यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है. तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है. यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है. इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है, जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है.
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