सर…पढ़ाई छुड़ाना मंजूर, पर बच्चों को ऐसे नहीं भेजेंगे स्कूल, अभिभावकों ने DEO को लिखा पत्र, जानिए क्यों

मुजफ्फरपुर में अभिभावकों ने शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि जन पर खेल कर बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे. आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है, जिसकी वजह से अभिभावकों ने ऐसा पत्र लिखा, जानिए

By Anand Shekhar | April 14, 2024 8:38 PM

Muzaffarpur News : …सर, पढ़ाई करना महत्वपूर्ण है. बच्चे पढ़ना भी चाहते हैं पर जान पर खेलकर नहीं. अपने ही क्षेत्र के स्कूल में बच्चों के नामांकन की अनुमति दीजिए, अन्यथा बच्चों को पढ़ाई छुड़वाने पर मजबूर हो जायेंगे. गायघाट प्रखंड के मधुरपट्टी, महुआरा व हनुमाननगर के अभिभावकों ने डीइओ अजय कुमार सिंह और शिक्षा विभाग को यह मार्मिक पत्र लिखा है.

अभिभावकों ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर में भटगामा मधुरपट्टी के पीपल घाट से बच्चे नाव से स्कूल जा रहे थे तभी नाव पलट गयी थी. उस समय कहा गया था कि पुल का निर्माण होगा, लेकिन यहां पुल नहीं बन सका. इस कारण भयभीत होकर ग्रामीण नदी के उस पर बच्चों का नामांकन नहीं करवाना चाह रहे हैं.

इस वर्ष शिक्षा विभाग की ओर से बनाई गई नियमावली के अनुसार अपने ही पंचायत के हाई स्कूल में बच्चों को दाखिला लेना है. ऐसे में मधुरपट्टी के सैकड़ों अभिभावकों ने बच्चों का नामांकन नदी के उस पार स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बलौर भटगामा में कराने से इन्कार कर दिया है. कहा है कि जान पर खेलकर बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे.

10 किलोमीटर दूर है स्कूल

ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे पंचायत का स्कूल महज एक किलोमीटर की दूरी पर अपने ही पार में अवस्थित है, लेकिन शिक्षा विभाग के निर्देश के कारण यहां के प्रधानाध्यापक ने बच्चों का नामांकन लेने से इन्कार कर दिया है. अपने पंचायत का स्कूल एक तो 10 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है और वह भी बागमती नदी के दूसरे पार. ऐसे में अभिभावकों ने कहा कि सुरक्षा की कीमत पर हम बच्चों की पढ़ाई नहीं कराएंगे.

पिरौंछा के प्रधानाध्यापक ने कहा- शिक्षा विभाग के आदेश के बाद ही लेंगे नामांकन

मधुरपट्टी, महुआरा व हनुमाननगर के बच्चे अपने गांव से ही सटे पिरौंछा हाई स्कूल में नामांकन लेना चाहते हैं. इन तीनों गांव के एक सौ से अधिक अभिभावकों ने कहा है कि महज एक किलोमीटर की दूरी पर पिरौंछा हाई स्कूल है. वहीं नदी के उस पर स्थित स्कूल 10 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां जाने के लिए नाव ही एक मात्र माध्यम है. अभिभावकों के पूछने पर पिरौंछा हाई स्कूल के प्राचार्य रामकिशोर राय ने कहा कि जब तक कि शिक्षा विभाग से आदेश नहीं आता तबतक तब तक इन गांव के बच्चों का नामांकन नहीं लिया जायेगा.

मधुरपट्टी व आसपास के गांव के बच्चों का नामांकन अपने ही पार के स्कूल में कराया जायेगा. बच्चों को नाव पार कर जाने की नौबत नहीं आयेगी. इसको लेकर पिरौंछा हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया जा रहा है. बच्चों और अभिभावकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.

– अजय कुमार सिंह, डीइओ, मुजफ्फरपुर

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