Muzaffarpur News: मोतीझील ओवरब्रिज पर बुधवार को स्कूटी सवार युवक के शरीर में चाइनीज मांझा आकर फंस गया. युवक ने स्कूटी की अचानक ब्रेक लगायी. हेलमेट पहने होने के कारण उसका गला कटने से बच गया. लेकिन, जैकेट के बाजू पर मांझा लगने से हल्का कट गया. स्कूटी सवार दामूचौक शिवपुरी का रहने वाला प्रकाश कुमार है. अगर वह स्कूटी का ब्रेक नहीं लगाता तो उसके साथ बड़ा हादसा हो सकता था. राहगीरों की मदद से उसके शरीर में फंसा चाइनीज मांझा को निकाला गया. स्कूटी सवार का कहना था कि अगर समय पर ब्रेक नहीं लगायी होती और हेलमेट नहीं पहना होता तो उसका गला कट जाता.
बाल-बाल बचा स्कूटी सवार
मोतीझील ओवरब्रिज पर गन्ने का जूस बेचने वाले दुकानदार रोहित कुमार ने बताया कि स्टेशन रोड की ओर से एक पतंग कटकर आ रहा था. पतंग से लटका हुआ चाइनीज मांझा ओवरब्रिज पर स्कूटी सवार के शरीर में फंस गया. हालांकि, उस समय स्कूटी की स्पीड कम थी तो वह ब्रेक लगा दिया. इससे वहल बाल- बाल बच गया. बाजू पर जैकेट हल्का फट गया. स्कूटी सवार के पूरे शरीर में चाइनीज मांझा लिपट गया था. दूसरे राज्य में चाइनीज मांझा से कई लोगों की मौत हो चुकी है. इसी साल बीते 11 जनवरी को यूपी के शाहजहांपुर में चाइनीज मांझा गला में लपटाने से कांस्टेबल शाहरुख खान की मौत हो गयी. 20 जनवरी को यूपी के रायपुर के टिकरापारा में धनेश साहू के दस वर्षीय पुत्र की चाइनीज मांझा से गला कट कर मौत हो गयी.
क्या है चाइनीज मांझा?
पतंग उड़ाने के लिए ज्यादातर चाइनीज मांझे का इस्तेमाल होने लगा है. ये प्लास्टिक और धातु के मिश्रण से बना होता है. चाइनीज मांझा सामान्य मांझे की तुलना में काफी धारदार होता है. ये इलेक्ट्रिक कंडक्टर होता है, जिसका मतलब ये है कि चाइनीज मांझे में करंट आने का खतरा रहता है. ये मांझा आसानी से टूटता भी नहीं है. यही कारण है कि इसमें फंसने के बाद कई पक्षी और इंसानों की मौत तक हो जाती है. करीब दशक भर पहले तक चाइनीज मांझा नेपाल के रास्ते भारतीय बाजार में आता था. उसपर प्रतिबंध तो लग गया, लेकिन शहर-शहर इसकी फैक्ट्री खुल गई.
कैसे होता है चाइनीज मांझा तैयार
चाइनीज मांझे को कुछ लोग प्लास्टिक का मांझा भी कहते हैं. चाइनीज मांझा दूसरे मांझों की तरह धागों से तैयार नहीं किया जाता. इसे नायलॉन और मैटेलिक पाउडर से बनाया जाता है. इसमें एल्युमिनियम ऑक्साइड और लेड मिलाया जाता है. इसके बाद इस मांझे पर कांच या लोहे के चूरे से धार भी लगाई जाती है, जिस वजह से ये मांझा और भी घातक हो जाता है.