Muzaffarpur News: डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंची 108, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

Muzaffarpur News: जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक कुल 108 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह छिड़काव जारी है।

By Aniket Kumar | October 8, 2024 12:12 PM

Muzaffarpur News: जिले में लगातार डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। एक तरफ बाढ़ ने अपना विकराल रूप ले रखा है, जिससे मुजफ्फरपुर के कई इलाके प्रभावित हैं और दूसरी तरफ डेंगू ने भी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। जिले में अब तक डेंगू के 108 मामले सामने आए हैं। बीते दिन यानी सोमवार को 3 नए केस सामने आए, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या 108 हो गई है। लगातार बढ़ते डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। जिले के अलग-अलग इलाकों में लगातार फॉगिंग कराई जा रही है। 

निकाली जा रही ट्रैवल हिस्ट्री

जानकारी के अनुसार, डेंगू के कुल मरीजों की संख्या में से 12 से अधिक एसकेएमसीएच में इलाजरत हैं। मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर लगातार बनी हुई है। साथ ही मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री निकाली जा रही है। मामले को लेकर एसीएमओ डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद ने मीडिया को बताया कि डेंगू से बचाव के लिए हमने पूरी तैयारी कर ली है। जिले के अलग-अलग जगहों पर हॉट-स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। अभी तक किसी भी मरीज की मौत जिले में नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। 

ये हैं डेंगू के लक्षण

डेंगू के मरीजों में तेज बुखार, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, सिर में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसके अलावा आंखों मे दर्द, जी मिचलाना और उल्टी होना जैसे लक्षण भी दिखते हैं। गंभीर मामलों में नाक, मुंह व मसूड़ों से खून आना व स्किन पर चकत्ता उभरने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

कैसे फैलता है डेंगू

बता दें, डेंगू लोगों में एडीज प्रजाति की मादा मच्छरों के काटने से फैलता है। कभी-कभी टाइगर मच्छर यानी एडीज एल्बोपिक्टस के काटने से भी यह बीमारी फैलती है। जब एडीज प्रजाति का मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है और उसके बाद वह स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, जिससे वह भी संक्रमित हो जाता है। बता दें, यह वायरस गर्भवती महिला से उसके शिशु में या रक्तदान के माध्यम से भी फैल सकता है।

ऐसे करें बचाव

एडीज मच्छर जमे हुए पानी में पनपता है। ऐसे में घर के कूलर, पानी टंकी, चिड़ियो के लिए बर्तन में रखे गए पानी, फ्रिज के ट्रे और पौधों के गमलों में पानी को अधिक समय तक पानी न जमा होने दें। उसे हमेशा बदलते रहें।

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