Muzaffarpur News गरीबनाथ मंदिर के न्यास द्वारा दो सेवइतों के मंदिर के प्रवेश पर रोक और एक सेवइत को चेतावनी दिये जाने के विरोध में गरीबनाथ मंदिर के पुजारी और सेवइत दूसरे दिन गुरुवार को भी धरने पर रहे. पुजारियों ने मुख्य द्वार पर बैठ कर न्यास के खिलाफ नारे लगाये. पुजारियों का कहना था कि जब तक न्यास के अध्यक्ष, सचिव और उपाध्यक्ष को नहीं हटाया जायेगा, उनका धरना जारी रहेगा.
न्यास के अध्यक्ष सेवइत को जान से मारने की धमकी देते हैं और उसके प्रवेश पर रोक लगाते हैं. सेइवतों के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है. गलत तरीके से मुकदमा कर परेशान किया जाता है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक मंदिर में हम लोग पूजा-पाठ नहीं करायेंगे और अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे रहेंगे. उधर अखंड भारत पुरोहित महासभा ने भी पुजारियों की मांगों का समर्थन किया है. संगठन अगली रणनीति के लिये शुक्रवार को बैठक भी करेगा.
करीब दो सौ भक्त बिना पूजा के हुए वापस
दो दिनों के दौरान गरीबनाथ मंदिर में मुंडन, रुद्राभिषेक और सत्यनारायण भगवान की पूजा कराने दूर-दूर से आये लोग पुजारियों द्वारा पूजा से इनकार करने पर वापस हो गये. इससे मंदिर के राजस्व को क्षति हुई, इसके अलावा भक्तों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पूजा कराने वाले कई परिवार अपने साथ पंडित को लेकर गरीबनाथ मंदिर पहुंच रहे हैं तो कई परिवार खुद ही सत्यनारायण भगवान की पूजा कर रहे हैं. भक्तों के बिना पूजा कराये लौटने के कारण फूल और पूजन सामग्रियों के कारोबार पर भी असर पड़ा है.
गरीबनाथ मंदिर के पुजारियों की मांगें
– सेवइत के प्रवेश पर रोक को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाये
– न्यास के अध्यक्ष द्वारा किये गये फर्जी केस को वापस लिया जाये
– मंदिर के विकास और दर्शनार्थियों के लिये पूर्व की व्यवस्था को बहाल किया जाये
– सेवइतों को न्यास के सदस्य के रूप में शामिल किया जाये