Muzaffarpur News: एमआइटी के छात्र-छात्राओं को जर्मन व फ्रेंच समेत अन्य विदेशी भाषाओं की पढ़ाई का मौका मिलेगा. विज्ञान, प्रावैधिकी व तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से कराये गये सर्वे में एमआइटी के विद्यार्थियों ने विदेशी भाषाओं की पढ़ाई में रूचि दिखायी है. इसके बाद विभाग के स्तर से बीटेक प्रथम से तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विदेशी भाषा की पढ़ाई शुरू करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. इंजीनियरिंग के साथ ही पॉलिटेक्निक संस्थानों में भी यह सर्वे कराया गया है. सिलेबस में किये गये बदलाव के तहत इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र-छात्राओं की रूचि के अनुसार विदेशी भाषा की पढ़ाई करायी जानी है. ऐसे में सर्वे में एमआइटी के छात्रों ने जर्मन व फ्रेंच भाषा की पढ़ाई में रूचि दिखायी है.
जर्मनी में रोजगार का मिलेगा अवसर
जर्मनी की कई कंपनियों से विभाग के स्तर पर प्लेसमेंट ड्राइव को लेकर बात चल रही है. ऐसे में छात्रों का चयन होने पर उन्हें जर्मनी में रोजगार का भी अवसर मिलेगा. ऐसे में उनके पास यदि जर्मन भाषा की जानकारी होगी तो इसका भी एडवांटेज उन्हें मिलेगा. प्रथम से तीसरे वर्ष तक के छात्र-छात्राओं के लिए सर्वे में पांच विदेशी भाषाओं का विकल्प दिया गया था. इसमें चीनी, जापानी, स्पैनिश, फ्रेंच, जर्मन समेत अन्य विदेशी भाषाएं शामिल थीं. दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने जापानी व जर्मन की पढ़ाई में रूचि दिखायी है. इस सर्वे में एमआइटी के 300 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है, प्राचार्य डॉ एमके झा ने बताया कि विदेशी भाषा की पढ़ाई के लिए सर्वे कराया गया था.
चार दिसंबर को आएंगे यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन
यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी अग्रवाल चार दिसंबर को एमआइटी आयेंगे. वहां यहां के छात्रों को परीक्षा में सफलता के टिप्स देंगे. उन्हें बतायेंगे कि यूपीएससी की तैयारी कैसे करें एमआइटी के 40 फीसदी से अधिक छात्रों का रुझान इसी की ओर है. प्राचार्य मिथिलेश कुमार झा ने कहा कि यह पहली बार होगा जब जब पूर्व अध्यक्ष यहां के छात्रों से संवाद करेंगे. दो दिनों के कार्यक्रम में छात्रों को परीक्षा की तैयारी से लेकर साक्षात्कार के बारे में बतायेंगे. प्राचार्य ने कहा कि यहां के छात्रों में काफी प्रतिभा है और सिविल सर्विस की ओर उनमें जुनून भी काफी है, वह शिक्षा मंत्रालय में रहने के साथ ही आइआइटी दिल्ली के भी प्रोफेसर रह चुके हैं.