Muzaffarpur News: जिले के SKMCH अस्पताल से अचानक एक इलाजरत मरीज गायब हो गया है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन के बीच अफरा तफरी का माहौल बन गया है। पुलिस मरीज के खोजबीन में जुटी हुई है। मामले की जानकारी मिलते ही मरीज के परिजन अस्पताल पहुंचे और पुलिस से मामले की पूरी जानकारी ली। बता दें, मरीज की पहचान सीतामढ़ी जिले के भगत मांझी के रूप में हुई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सीतामढ़ी के ढ़ेंग गांव में कलश विसर्जन के दौरान झड़प में घायल एक व्यक्ति को सोमवार को सीतामढ़ी सदर अस्पताल से मुजफ्फरपुर के SKMCH के ऑर्थो ओपीडी में रेफर किया गया था। इधर इलाज के दौरान मरीज अचानक गायब हो गया। सोशल मीडिया पर मरीज की मौत की खबर चलने लगी, जिसके बाद उसके कई रिश्तेदार शव लेने अस्पताल पहुंचे। एसकेएमसीएच थानेदार गौतम कुमार ने बताया कि भगत मांझी की मौत मेडिकल कॉलेज में नहीं हुई है। इलाज के दौरान वह अचानक गायब हो गए थे। पुलिस खोजबीन में जुटी है। अभी तक उसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने सीसीटीवी भी खंगाला है। बता दें, परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जिले में मिल रहे डेंगू के मरीज
जिले में एक तरफ बाढ़ ने तबाही मचा रखी है तो दूसरे तरफ डेंगू ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। डेंगू फैलाने वाली मादा मच्छर सबसे ज्यादा जिले के युवाओं का खून पी रही है। यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग की स्टडी रिपोर्ट में हुई है। इस साल अब तक जिले में डेंगू के कुल 124 मरीज मिले हैं। यह स्टडी उम्र के लिहाज से पांच कैटेगरी में तैयार की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शून्य से पांच साल तक का एक बच्चा है। छह से 10 साल तक उम्र छह बच्चे डेंगू से पीड़ित मिले हैं, जबकि 11 से 15 साल तक उम्र वाले 21 मरीज हैं। सबसे ज्यादा मरीज 16 साल से 45 साल तक की बनायी गयी छह कैटेगिरी में है। इनकी संख्या 28 है। 46 साल से 75 साल तक की छह कैटेगिरी में 29 मरीज हैं। बता दें, स्वास्थ्य विभाग ने यह सर्वे रिपोर्ट उन मरीजों पर तैयार की है, जिन्हें डेंगू की पुष्टि मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में हुई है।