Muzaffarpur News: जिले के कांटी नगर परिषद स्थित शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका देवी मंदिर के पुजारी ने एनएचएआइ को खुली चेतावनी दी है. दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआइ मंदिर के ठीक सामने से गुजरने वाली एनएच पर अंडरपास बनाने की योजना पास कर चुकी है. अंडरपास निर्माण का काम अब शुरू होने वाला है, जिसको लेकर अतिक्रमण खाली कराया जा रहा है. इस प्रक्रिया का मंदिर के प्रधान पुजारी और संस्थापक विरोध कर रहे हैं. मंदिर के पुजारी आनंद प्रियदर्शी ने कहा कि अगर मंदिर के हित में निर्णय नहीं हुआ और इसका एक ईंट भी इधर से उधर हुआ तो मैं खुदकुशी कर लूंगा.
रजरप्पा मंदिर से लाया गया है त्रिशूल
बता दें, अतिक्रमण हटाये जाने के क्रम में मंदिर की चहारदीवारी तोड़ दी गई है. 22 साल पुराने इस मंदिर में देश विदेश से श्रद्धालु मां का दर्शन करने और पूजा पाठ करने आते हैं. झारखंड के रजरप्पा मंदिर से त्रिशूल लाकर जून 2000 में पूरे विधि विधान से पूजा कर स्थापित किया गया था. साल 2002 में मंदिर पूरी तरह बन कर तैयार हुआ था. इस मंदिर में नारियल चढ़ाने की परंपरा है.
एक किमी पीछे बनाया जा सकता है अंडरपास
मंदिर के संस्थापक सह प्रधान पुजारी आनंद प्रियदर्शी ने कहा कि NHAI के अधिकारी ने बताया था कि अंडरपास मंदिर के ठीक सामने बनाया जाएगा. इसके बाद पत्राचार के माध्यम से जिले के डीएम सहित NHAI के अधिकारियों को बताया गया कि अंडरपास मंदिर के सामने नहीं बनना चाहिए. उसे एक किलोमीटर पीछे बनाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि केवल पौने दो किलोमीटर के भीतर तीन अंडरपास प्रस्तावित हैं, जो कि सुरक्षा मानकों से भी उचित नहीं है. भविष्य में आसपास के ग्रामिणों के जीवन पर इसका बहुत बड़ा असर होगा. मेरी तरफ से लिखित पत्राचारों पर अधिकारियों की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो चिंता का विषय है.