मुजफ्फरपुर में टीबी उन्मूलन अभियान, 3000 लोगों में नहीं मिली बीमारी, तो पंचायत हो जाएगी मुक्त
Muzaffarpur News: केंद्र सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए मुजफ्फरपुर में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है.
Muzaffarpur News: केंद्र सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए मुजफ्फरपुर में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए जिले में हर प्रखंड में शिविर लगाने का निर्णय लिया है. इसके लिए जिले को 2 करोड़ 24 लाख 77 हजार 600 रुपये आवंटित किए गए हैं, जो सभी पीएचसी में वितरित किए गए हैं. इस राशि से टीबी मरीजों की पहचान और उपचार का कार्य किया जाएगा.
टीबी मुक्त पंचायत की पहचान के लिए अभियान
पिछले साल, साहेबगंज, सरैया, मीनापुर, गायघाट और सरैया जैसे क्षेत्रों में ट्रूनेट मशीनें भेजी गई थीं, जो सामान्य और रेसिस्टेंट टीबी मरीजों की पहचान में मदद करती हैं. दिसंबर से शुरू हुए 100 दिवसीय अभियान में, स्वास्थ्य विभाग की टीम टीबी मरीजों की पहचान करने के अलावा, उनके संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों और एचआईवी पीड़ितों की जांच भी कर रही है. इस अभियान में दो एनजीओ भी सहयोग कर रहे हैं.
टीबी मुक्त पंचायत की पहचान के लिए निर्धारित मानदंड
हालांकि, इस अभियान में गति की कमी देखी गई है. कई पीएचसी ने अभी तक आवंटित राशि का उपयोग नहीं किया है, जिससे टीबी उन्मूलन की दिशा में चुनौती उत्पन्न हो रही है. फिर भी, स्वास्थ्य विभाग ने 24 मार्च तक अभियान को सफल बनाने के लिए सभी प्रयास जारी रखे हैं.
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टीबी उन्मूलन अभियान में विभागीय समन्वय और चुनौती
जिले में टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए एक विशेष पहल की गई है. जिन पंचायतों में प्रति लाख आबादी में 3,000 संभावित लक्षण वाले मरीजों में टीबी नहीं पाया जाएगा, उन्हें टीबी मुक्त घोषित किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, पंचायत राज, महिला व बाल विकास, समाज कल्याण और अन्य विभागों का सहयोग लिया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है, “हम पूरी मुस्तैदी से टीबी मुक्त पंचायत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, और शहर से लेकर गांव तक यह अभियान चल रहा है.”