Loading election data...

Muzaffarpur News: डीएम ने कहा, खाद की कोई किल्लत नहीं, सही कीमत पर उपलब्ध कराएं

Muzaffarpur News: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि फिलहाल जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. किसानों को स्थानीय स्तर पर उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता व खरीदी सुनिश्चित कराएं.

By Aniket Kumar | November 24, 2024 12:40 PM

Muzaffarpur News: डीएम सुब्रत कुमार सेन ने जिला कृषि पदाधिकारी को लाइसेंसधारी विक्रेताओं के माध्यम से किसानों को स्थानीय स्तर पर उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता व खरीदी सुनिश्चित कराएं. उन्होंने कहा कि निर्माता उर्वरक कंपनियों से प्राप्त उर्वरक फसल को समानुपातिक रूप से प्रखंडों के खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से बिक्री कराई जा रही है. सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों पर संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक की उपस्थिति में उर्वरकों की बिक्री हो रही है. जिले में फिलहाल उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. नारायणपुर अनंत रैंक बिंदु पर पारादीप फास्फेटिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 459.5 मेट्रिक टन डीएपी एवं 404.54 मेट्रिक टन एनपीके उर्वरक प्राप्त हुआ है, जिसे प्रखंडवार उपावंटित कर खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से किसानों तक उपलब्ध कराया जा रहा है. उर्वरक से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने की स्थिति में संबंधित प्रखंड के कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी से संपर्क स्थापित किया जा सकता है.

इस मौसम में संतुलित मात्रा में उर्वरक की आवश्यकता

वर्तमान रबी मौसम में किसानों द्वारा गेहूं, मक्का, आलू, दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की बुवाई / रोपाई के लिए संतुलित मात्रा में उर्वरक की आवश्यकता होती है. यूरिया 22412 मेट्रिक टन के विरुद्ध 25761.66 मेट्रिक टन, डीएपी 10200 मीट्रिक टन के विरुद्ध 8076.05 में टन, एनपीके ( मिश्रित उर्वरक ) 3705 मीट्रिक टन के विरुद्ध 14375.55 मेट्रिक टन, एमओपी 3290 मेट्रिक टन के विरुद्ध 6834.25 मेट्रिक टन प्राप्त हुआ है.

यह भी पढ़ें: Muzaffarpur News: दादर पुल के नीचे मिला महिला का शव, हत्या कर बोरा में फेंक दी थी लाश

कुत्तों के झुंड ने किया मासुम पर हमला

उधर, तीन महीने के भीतर मुजफ्फरपुर बोचहां में आवारा कुत्तों ने फिर से एक मासूम को अपना शिकार बना लिया है. बोचहां थाना के विशनपुर जारंग आथर के रहने वाले उमेश साह के छह वर्षीय पुत्र बबलू पर शुक्रवार की शाम खेलने के दौरान कुत्तों का झुंड टूट पड़ा. कुत्तों ने मासूम के बायें कान को नोच डाला. वहीं, सिर का बाल सहित एक परत नोच लिया. इससे कई हड्डियां भी टूट गयी है. कुत्तों के हमले के दौरान चिल्ला रहे मासूम की आवाज को सुन परिवार सहित आसपास के लोग दौड़े. तब तक मासूम गंभीर रूप से जख्मी हो गया. काफी मशक्कत के बाद कुत्तों के बीच से मासूम को बचाया गया. इस बीच लोगों ने लाठी-डंडा से पिटाई कर कुत्तों को भगाया.

Next Article

Exit mobile version