Muzaffarpur News: खुशखबरी! जिले में बनने जा रहा तीसरा औद्योगिक क्षेत्र, 788.21 एकड़ में फैला होगा एरिया

Muzaffarpur News: बेला और मोतीपुर के बाद अब जिले में तीसरा औद्योगिक क्षेत्र तैयार होने जा रहा है. इसको लेकर 788 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है. इससे नया व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों को काफी सुविधा मिलेगी.

By Aniket Kumar | December 25, 2024 9:15 PM
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Muzaffarpur News: जिले में नया व्यवसाय शुरू करने वाले और बेरोजगार दोनों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. उनके रोजगार के लिए एक नया आयाम मिलने वाले है. इससे बेरोजगार व नया व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों को काफी सुविधा मिलेगी. दरअसल, अभी तक शहर के लोग बेला स्थित औद्योगिक क्षेत्र में अपना रोजगार कर रहे थे. वहीं प्रखंड वाले लोग मोतीपुर की तरफ रुख कर रहे थे. लेकिन, अब बेला और मोतीपुर के बाद जिले में तीसरा औद्योगिक क्षेत्र तैयार होने जा रहा है. जिले के पारू में औद्योगिक क्षेत्र बनने जा रहा है. इसके लिए 788.21 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है.

डीएम ने उद्योग विभाग को भेजा प्रस्ताव

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने उद्योग विभाग को तीसरे औद्योगिक क्षेत्र के लिए प्रस्ताव भी भेज दिया है. साथ ही निर्माणाधीन पटना-बेतिया फोरलेन पर करीब 788.21 एकड़ जमीन के साथ उसका नजरी नक्शा समेत औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने को कहा है. अब उद्योग विभाग बियाडा के माध्यम से यहां पर औद्योगिक क्षेत्र का विकास करेगी. इसको लेकर पारू के मौजा चतुरपट्टी, चैनपुर चिहुंटावा व भोजपुर मौजा में 788.21 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. इस औद्योगिक क्षेत्र को औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करना है, ताकि लोगों को अधिक सुविधा मिल सके.

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28 एकड़ 26 डिसमिल जमीन बिहार सरकार के नाम

जानकारी के अनुसार, जिले के इस तीसरे औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए भूमि, बुनियादी ढांच के रूप में पानी, बिजली, सड़क सहित अन्य सुविधाओं के साथ सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा. साथ ही यह सड़क और रेल मार्ग से कनेक्ट रहेगा. इस औद्योगिक क्षेत्र के एक तरफ पटना-बेतिया हाईवे तो दूसरी तर हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन है. बता दें कि जिला कार्यालय को भेजे गए रिपोर्ट के अनुसार इसमें पारू अंचल के चतुरपट्टी में 486 एकड़ 60 डिसमिल, चिउटाहा में 193 एकड़ 99 डिसमिल और भोजपट्टी में 107 एकड़ 62 डिसमिल भूमि चिन्हित की गई है. इस 788 एकड़ 21 डिसमिल में से 28 एकड़ 26 डिसमिल जमीन बिहार सरकार के नाम से दर्ज है. वहीं बाकी जमीन नीजी बताया जा रहा है. औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने से न सिर्फ विकास होगा बल्कि कई सुविधाएं भी मिलेगी.

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