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Cyber Crime: मुजफ्फरपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों का किया पर्दाफाश, विदेश से संचालित गिरोह के पांच अपराधी गिरफ्तार

Cyber Crime: सऊदी अरब में बैठकर साइबरे फ्रॉड का नेटवर्क चलाने वाले बिहार के मुजफ्फरपुर में साहेबगंज ब्लॉक के राजेपुर ओपी के मीनापुर के रहने वाले मो. अयूब व मो. मुस्ताक के नेटवर्क को अब साइबर थाने की पुलिस खंगालेगी. राजेपुर पुलिस इस गिरोह से जुड़े पांच शातिरों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.

By Anshuman Parashar | October 1, 2024 10:47 PM
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Cyber Crime: सऊदी अरब में बैठकर साइबरे फ्रॉड का नेटवर्क चलाने वाले बिहार के मुजफ्फरपुर में साहेबगंज ब्लॉक के राजेपुर ओपी के मीनापुर के रहने वाले मो. अयूब व मो. मुस्ताक के नेटवर्क को अब साइबर थाने की पुलिस खंगालेगी. राजेपुर पुलिस इस गिरोह से जुड़े पांच शातिरों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. साइबर पुलिस को आशंका है कि इस नेटवर्क से उत्तर बिहार के और लड़के जुड़े हो सकते हैं. साइबर डीएसपी सह थानेदार ने राजेपुर ओपी प्रभारी से संपर्क साधकर पूरे मामले की विस्तृत जानकारी ली है. साइबर थाने की पुलिस जेल भेजे गए अपराधियों के पास से जब्त अलग- अलग बैंक के खातों की अपने स्तर से जांच करेगी.

साइबर डीएसपी का क्या कहना है

साइबर डीएसपी का कहना है कि राजेपुर पुलिस ने सराहनीय काम किया है. थानेदार को पुरस्कृत कराने के लिए वह प्रस्ताव भेजेगी. साइबर थाना व राजेपुर ओपी पुलिस संयुक्त रूप से इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड मो. आयुब व मो. मुस्ताक के नेटवर्क को ध्वस्त करेगी. .

साइबर पुलिस जेल भेजे गए आरोपियों से भी पूछताछ करेगी

साइबर पुलिस जेल भेजे गए आरोपियों से भी पूछताछ करेगी. हवाला के जरिए साइबर फ्रॉड की राशि सऊदी अरब भेजने की बिंदु पर भी जांच करेगी. जानकारी हो कि राजेपुर ओपी पुलिस ने 27 सितंबर को राजेपुर थाना के बिदुरिया चौक पर घेराबंदी करके कार सवार दो साइबर अपराधी मो. नाजीम हुसैन व अजीत कुमार राम को गिरफ्तार किया था. उसके पास से विभिन्न बैंकों के अलग- अलग 15 एटीएम कार्ड, 80 हजार नकदी, चेकबुक, पासबुक और कैश डिपोजिट स्लिप बरामद किया था.

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पूछताछ के दौरान अपराधियों ने बताया

दोनों की निशानदेही पर गिरोह से जुड़े मनीष कुमार, सूरज पासवान व राजाबाबू को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान पांचों अपराधियों ने बताया कि उसके गिरोह का सरगना मो. आयुब व मो. मुस्ताक है. दोनों सऊदी अरब से रहकर साइबर फ्रॉड का नेटवर्क चला रहे हैं. साइबर फ्रॉड करनेवाले को सात से 10 प्रतिशत कमीशन देकर सारा रुपये अपने खाते मंगवा लेता था.

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