मुजफ्फरपुर. शहर के कई मंदिरों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना के तहत साहू पोखर मंदिर का जीर्णोद्धार के साथ रंग-रोगन और तीन द्वार बनाने का काम पूरा हो चुका है. महावीर मंदिर न्यास इसके सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए फंड उपलब्ध करा रहा है. यहां अगले महीने पोखर की उड़ाही के बाद फव्वारा लगाया जायेगा और बोटिंग की व्यवस्था की जायेगी. न्यास ने जीर्णोद्धार के लिए 50 लाख का फंड दिया है. बोट की खरीदारी व फव्वारा के लिए भी मंदिर प्रबंध समिति को फंड दिया जायेगा. पोखर से सटे राधा कृष्ण व शिव मंदिर है. यहां पूजा के लिए भी विशेष व्यवस्था की गयी है. भक्तों को अब यहां पूजा के लिए महावीर मंदिर न्यास का नैवेद्यम मिलेगा. इसके लिए मंदिर परिसर में काउंटर बनाया गया है. नैवेद्यम की आपूर्ति महावीर मंदिर न्यास करेगा. पिछले दिनों महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा था कि मंदिर के विकास के लिए फंड की कोई कमी नहीं होगी. यह मंदिर शहर में पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होगा. 1754 में हुआ था मंदिर का निर्माण मंदिर का निर्माण 1754 में किया गया था.मंदिर प्रबंध समिति के सचिव संजय कुमार ने कहा कि शहर का यह प्राचीन मंदिर है. 1917 में यहां आए लेखक डॉ. स्पुनर ने भी अपनी एक पुस्तक में साहू पोखर का जिक्र किया था, लेकिन रख-रखाव सही तरीके से नहीं होने के कारण मंदिर जीर्ण-शीर्ण होता गया. इसका रंग-रोगन भी खराब हो चुका था. जीर्णोद्धार के बाद अब मंदिर भव्य दिख रहा है. पोखर में चार बोट रखे जा रहे हैं. इसके लिए कोलकाता से बोट की खरीदारी हो रही है. मंदिर में एक बड़े फव्वारे के साथ चारों तरफ लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है.
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