सूद के कारोबार पर विजय झा ने कहा था,नाम बताया तो पूरे परिवार पर खतरा
सूद के कारोबार पर विजय झा ने कहा था,नाम बताया तो पूरे परिवार पर खतरा
मुजफ्फरपुर. पूर्व वार्ड पार्षद विजय झा के यहां आयकर की रेड में करीब 2500 हजार सूद के कारोबार के कागजात बरामद हुए थे. आयकर की टीम ने जब सूद के कारोबार के लिये रुपये के स्रोत के बारे में पूछा तो विजय झा ने अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ लिए थे. विजय झा ने कहा कि उनका नाम नहीं बता सकते. बता दिया तो वह मेरे पूरे परिवार को खत्म कर देगा. रेड में विभाग को सूद पर लगाये गये रुपये के कागजात विजय झा के घर, पुरानी बाजार स्थित कार्यालय और लॉकर से बरामद हुये थे. कागज में रुपये देने वाले का नाम के साथ रकम लिखी थी. अधिकतर रकम में हर महीने आठ से दस फीसदी ब्याज जोड़ कर वसूले जा रहे थे. हर महीने ब्याज की राशि मूलधन में जोड़ी जा रही थी. करीब आठ से दस करोड़ के सूद के कारोबार के कागजात मिले थे. कई मामले ऐसे थे, जिसमें ब्याज पर राशि लेने वाले ने राशि अदा कर दी थी, लेकिन उसके मूलधन पर बकाया लिखा हुआ था. जिन लोगों को राशि दी गयी थी, उनके बाइक का ट्रांसफर लेटर और जमीन का कागजात भी लिया गया था. विजय झा ने आयकर की टीम के समक्ष यह स्वीकार किया था कि इसमें करीब तीन करोड़ उनके हैं, बाकी राशि दूसरे की है, जिसका नाम वह नहीं बता सकते. कूड़े का ढेर बनाकर छुपा दिया था दस लाख पूर्व वार्ड पार्षद विजय झा को इस बात का अंदेशा था कि उसके यहां आयकर की रेड होगी, इसलिये उसने करीब दस लाख घर में ही कूड़े का ढेर बना कर छुपा दिये थे. नोट के बंडल इतने लंबे समय से रखे गये थे कि बंडल का रबड़ भी गलने लगा था. छापेमारी के बाद जैसे ही विभागीय आदेश के बाद रेड होनी शुरू हुई तो टीम ने घर और ऑफिस का चप्पा-चप्पा छान मारा. हालांकि विजय झा रुपये के स्रोत के बारे में कुछ भी बताने से इनकार करते रहे. सूद के कागजात मिलने पर विजय झा ने अधिकारियों को कहा कि जिसको भी रुपया दिया था, सभी रुपया लेकर भाग गये हैं. अधिक राशि लेने वाले पांच लोगों से विभाग करेगा पूछताछ सूद के कागजात में अधिक राशि लेने वाले पांच लोगों से विभाग पूछताछ करेगा और करीब 300 लोगों को नोटिस भेज कर किससे और कब रुपये उधार लिये, कैश मिला या बैंक में ट्रांसफर किया गया, उधार रकम में कितना ब्याज लगाया गया, उधार रकम में कितनी रकम लौटायी, रकम बैंक में ट्रांसफर किया या कैश दिया, कितनी रकम अभी चुकानी है, इस पर विस्तृत जानकारी लेगा. इसके बाद रिपोर्ट तैयार की जायेगी. विजय झा की संपत्ति नीलाम कर राशि वसूलेगा विभाग दो महीने तक जांच के बाद विजय झा पर जितनी राशि छुपाने की बात सामने आयेगी, उस पर 30 गुना टैक्स और तीन गुना पेनाल्टी या 60 फीसदी टैक्स और 20 फीसदी पेनाल्टी वसूल करेगा. विजय झा के जमीन, बुलियन और मिले 500 ग्राम के आभूषण के क्रय मूल्य के हिसाब से विभाग मूल्यांकन करेगा. इस पर टैक्स और पेनाल्टी की राशि विभाग वसूल करेगा. उतनी राशि नहीं जमा कराने पर विभाग संपत्ति को अटैच करेगा और उसे नीलाम कर टैक्स और पेनाल्टी वसूल करेगा शराब का जिक्र नहीं करने की विनती की थी विजय झा ऑफिस में मिले छह बोतल शराब का जिक्र सीजर लिस्ट में नहीं करने और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं देने के लिए अधिकारियों से याचना की थी कि इसका जिक्र नहीं करें. लेकिन अधिकारियों ने विजय झा की बात नहीं सुनी और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. अपने खर्चे से बेटा करता है पढ़ाई रेड के क्रम में विजय झा के बेटे के बैग से 4200 रुपये बरामद किये गये. विजय झा के बेटे ने बताया कि वह टयूशन करके खुद की पढ़ाई करता है. इसके लिए पिता से रुपये नहीं लेता. वह अपना सारा खर्च भी ट्यूशन से ही पूरा करता है. उसने 4200 रुपये का साक्ष्य भी अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया. टीम ने 4200 रुपया सीज नहीं किया.
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