एनसीवीडी डिवाइस बिजली कर्मियों को करेंट लगने से बचायेगा

NCVD device will protect electricity workers

By Prabhat Khabar News Desk | May 29, 2024 8:29 PM

फोटो माधव 33 – डिवाइस 120 वोल्ट से लेकर 33000 केवीए लाइन के करेंट को पता लगाने में सक्षम – शट डाउन लेने के बाद वहां डिवाइस को रखा जायेगा, करेंट फ्लो होने पर बीप के साउंड में देगा सिग्नल – पोर्टेबल डिवाइस है ये, प्रथम चरण में प्रत्येक पावर सब स्टेशन में दो डिवाइस दिये जायेंगे वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बिजली के फॉल्ट को दुरुस्त करने के दौरान बिजली कर्मियों को करंट से बचाने को लेकर गैर संपर्क वोल्टेज डिटेक्टर (एनसीवीडी डिवाइस) जिले को उपलब्ध कराया गया है. सर्किल ऑफिस में इस प्रदर्शन किया गया और कैसे इसका उपयोग करना है इसके बारे में सभी अभियंताओं को जानकारी दी गयी. यह डिवाइस फिल्ड के लाइन स्टाफ तथा पावर सब स्टेशन के ऑपरेटरों की सुरक्षा के लिए है. इसकी खासियत है कि यह पोर्टेबल इसे आसानी से बिजली फॉल्ट दुरुस्त करने वाली टीम कैरी कर सकती है. पहले चरण में प्रत्येक पीएसएस में यह दो डिवाइस उपलब्ध कराये गये, ताकि टीम सुरक्षित होकर लाइन का मेंटेनेंस कर सके. बताया गया कि यह जहां बिजली का काम होना है शट डाउन के बाद उस जगह इस डिवाइस को ले जायेंगे़ अगर वहां शट डाउन के बावजूद करेंट का प्रवाह जारी होगा तो इसमें से बीप का साउंड आयेगा, जो आपको आगाह करेगा कि अभी इस लाइन में करेंट का प्रवाह जारी है यह रूका नहीं है. ऐसे में कर्मी सावधान हो जायेंगे और उन्हें करेंट नहीं लगेगा. यह खास तरीके से काम करना है, परीक्षण के तहत तार या डिवाइस से संपर्क किए बिना लाइव सर्किट से जुड़े विद्युत क्षेत्र की उपस्थिति का पता लगाता है. यह तार या डिवाइस से संपर्क किए बिना लाइव सर्किट से जुड़े बिजली प्रवाह का पता लगा सकता है. इसमें 120 वोल्ट से लेकर 33000 केवीए लाइन के करेंट पता लगाने की क्षमता है. अधीक्षण अभियंता पंकज राजेश ने कहा कि जिस लाइन पर काम हो रहा होता है वहां बिजली बंद रहती है लेकिन कभी कभी दूसरी लाइन से करेंट आ जाता है, जिससे दुर्घटना होती है. ऐसे में यह डिवाइस काम वाले स्थल पर लगातार चालू रहेगा ताकि पता चल सके कि करेंट तो नहीं आ रहा. प्रथम चरण में प्रत्येक पीएसएस में दो डिवाइस मिलेंगे. बिजली कंपनी के सीनियर प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल ने कहा कि बिजली कर्मियों की सुरक्षा को लेकर यह पहल की गयी है. इससे काफी हद तक काम के दौरान करेंट की घटनाओं पर रोक लगेगी. प्रशिक्षण के दौरान कार्यपालक अभियंता विजय कुमार, श्रवण ठाकुर, किशोर कुमार सिंह व साजिद हुसैन, एइइ नीरज कुमार सिंह सहित सभी सहायक व कनीय अभियंता मौजूद थे.

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