एम्स दरभंगा के शिलान्यास से चिकित्सा क्षेत्र में जुड़ा एक नया अध्याय

शोभन के समीप 13 नवंबर बुधवार को एम्स दरभंगा के शिलान्यास के साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 13, 2024 7:50 PM

दरभंगा. शोभन के समीप 13 नवंबर बुधवार को एम्स दरभंगा के शिलान्यास के साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया. क्षेत्रवासियों का सपना आकार लेने लगा. सस्ते दर पर उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा की नींव पड़ गयी. पीएम नरेंद्र मोदी ने शोभन में देश के 23वें और बिहार के दूसरे एम्स के निर्माण की आधारशिला रखी. 187 एकड़ जमीन पर करीब 1264 करोड़ की लागत से एम्स का निर्माण आरंभ हो गया. केंद्र सरकार की ओर से 36 महीने में निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है.

स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धिदरभंगा एम्स का निर्माण होने के बाद बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन होगा. इससे मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल और आसपास के कई क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिलेगी. साथ ही नेपाल से आने वाले मरीजों को भी दरभंगा एम्स में बेहतर इलाज का लाभ मिलेगा. साथ ही रोजगार, स्वरोजगार के अलावा पर्यटन, सांस्कृतिक व क्षेत्र के विकास को नये पंख लगेंगे. दूसरी ओर दरभंगा में एम्स खुलने से मरीजों को पटना नहीं जाना पड़ेगा. खासकर गंभीर मरीजों को इसका अधिक लाभ मिलेगा.

दो चरणों में 187 एकड़ जमीन आवंटित बिहार की एनडीए सरकार ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए दो चरणों में 187 एकड़ जमीन केंद्र सरकार को मुहैया करायी है. इसी साल 12 अगस्त को 150.13 एकड़ और 24 सितंबर को शेष 37.31 एकड़ जमीन हस्तांतरित करते हुए बलिया मौजा में 187.44 एकड़ जमीन आवंटित की थी.

309 करोड़ रुपये से होगी मिट्टी भराई बिहार सरकार ने दरभंगा बाइपास रोड को फोरलेन बनाने की स्वीकृत प्रदान कर दी. इसके अलावा बिहार सरकार ने एम्स के चयनित स्थल पर मिट्टी भराई के लिए 309 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है.

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