Muzaffarpur News: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में नामांकन के लिए सभी कोटि की छात्राओं और एससी-एसटी छात्रों से फी लिए जाने के विरोध में सातवें दिन संयुक्त छात्र संगठनों ने ढोल बजाकर विरोध प्रदर्शन किया. आंदोलनरत छात्रों ने ढोल-झाल बजाकर विश्वविद्यालय के विभागों में घूम-घूमकर नामांकन बंद करवाया. कुलपति के निर्णय के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. प्रशासनिक भवन में भी प्रदर्शन किया. कुलानुशासक प्रो. बीएस राय अम्बेडकर पार्क में वार्ता करने पहुंचे. इसी बीच कुलानुशासक और छात्रों के बीच तीखी बहस हुई.
छात्र संगठनों के साथ होगी वार्ता
हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो.आलोक प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे. हंगामा की सूचना पर विश्वविद्यालय थाने की पुलिस भी मौके पर आयी. संयुक्त रूप से पदाधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि कुलपति और छात्रों के बीच बातचीत के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा. पदाधिकारियों ने नामांकन और परीक्षा प्रपत्र फॉर्म भरने पर मौखिक रूप से रोक लगा दी है. इसके साथ ही अंतिम तिथि को विस्तारित करने का आश्वासन छात्रों को दिया.
उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
इसके बाद संयुक्त छात्र संगठनों ने कुलपति से वार्ता होने तक आंदोलन को स्थगित रखने का निर्णय लिया. कहा कि वार्ता सफल न होने की स्थिति में पुनः उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. इस दौरान छात्र लोजपा (रा.) के प्रदेश प्रधान महासचिव गोल्डन सिंह, बिहार छात्र संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष तैयब खान, कारण सिंह, छात्र हम (से.) के प्रदेश अध्यक्ष संकेत मिश्रा, छात्र राजद के चंदन आज़ाद, एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष महिपाल ओझा, छात्र नेता पंकज सिंह, चंदन पासवान, ईश्वर चंद्र राम, ज्योति पासवान, श्वेता, निशा गुड़िया, नेहा, प्रीति, नीरज, साहिबा खातून, रिधि दास, पुष्कर राम, सतीश रजक, रमेश मांझी, शब्बू पासी आदि छात्र मौजूद रहे.