वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के सरकारी अस्पतालों में शुरू किये गये भव्या एप पर मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करनेवाले डॉक्टरों पर सीएस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सीएस ने जनवरी से जून तक जिन डॉक्टरों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कम हैं, उनसे जवाब मांगा है. इसके साथ ही अधीक्षक व पीएचसी प्रभारियों को पत्र लिख कर कहा है कि जब सभी जगहों पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू है तो डॉक्टर क्यों नहीं ऑनलाइन मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर इलाज कर रहे हैं. अब तक जो रिपोर्ट आयी है, उसमें सामने आया है कि एक माह के अंदर 50- 100 मरीजों का ही चिकित्सकों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके इलाज किया है. सीएस डॉ अजय कुमार ने कहा कि अधीक्षक व पीएचसी प्रभारियों से जानकारी मांगी है कि चिकित्सक क्यों नही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके मरीजों का इलाज कर रहे हैं. इसका लिखित जबाव मांगा हैं. सभी डॉक्टरों से कहा है कि पोर्टल पर दर्ज मरीजों की संख्या ही उनके ओपीडी का मानक होगा. अगर मरीजों का इलाज पेपर पर हुआ तो मान्य नहीं है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है