बुखार के मरीजों की तादाद बढ़ी, एंटीबायोटिक इंजेक्शन की खपत चार गुना

बुखार के मरीजों की तादाद बढ़ी, एंटीबायोटिक इंजेक्शन की खपत चार गुना

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2024 1:36 AM

-पैरासीटामोल व एंटी एलर्जिक टेबलेट की खपत भी इन दिनों बढ़ी मुजफ्फरपुर. जिले में बुखार के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है. लोग वायरल बुखार, मलेरिया और डेंगू की चपेट में आ रहे हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में बुखार से पीड़ितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. इससे दवाओं की खपत भी बढ़ी है. जिले के दवा बाजार में अतिरिक्त बिक्री हो रही है. बुखार से जुड़ी दवाओं और इंजेक्शन की खपत चार गुना तक पहुंच गयी है. सरकारी अस्पतालों में बुखार की दवाओं की खपत दोगुनी तक हो गयी है. बुखार पीड़ित मरीज निजी व सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, सदर अस्पताल, निजी अस्पताल और पीएचसी में भी मरीजों की भीड़ हो रही है. एंटीबायोटिक इंजेक्शन की खपत बढ़ी बाजार में मलेरिया और एंटीबायोटिक इंजेक्शन की खपत बढ़ गई है. बाजार में प्लेटलेट्स बढ़ाने की दवाओं की मांग भी बढ़ी है. पैरासीटामोल व एंटी एलर्जिक टेबलेट की खपत भी इन दिनों बढ़ी हुई है. दवा विक्रेताओं के मुताबिक सामान्य दिनों के मुकाबले मौजूदा समय में चार गुना तक खपत बढ़ी है. बाजार में इन दिनों दवाओं की सप्लाई धीमी है. इनका कहना है कि आमतौर पर सामान्य दिनों में दवा बाजार में दो करोड़ रुपये का औसतन प्रतिदिन कारोबार होता है. सदर अस्पताल में दोगुनी हुई दवाओं की खपत सदर अस्पताल में जून माह के मुकाबले जुलाई और अगस्त माह में बुखार से जुड़ी आवश्यक दवाओं की खपत दोगुना से अधिक पहुंच गयी है. जून माह में पैरासीटामोल की खपत 40000 टेबलेट की थी. यह जुलाई में 84000 टेबलेट हो गयी. एंटीबायोटिक टेबलेट की खपत 31000 से बढ़कर 87000 हो गयी है. बीकाेसूल कैप्सूल की खपत 38000 टेबलेट थी. यह अगस्त माह में 70000 हो गयी. अगस्त माह में खपत का आंकड़ा और ऊपर पहुंच सकता है. इसकी वजह प्रतिदिन सदर अस्पताल में 1300 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं.

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