महाराष्ट्र के चुनाव से शहर में प्याज की कीमतें रुला रहीं
महाराष्ट्र के चुनाव से शहर में प्याज की कीमतें रुला रहीं
आवक कम होने से शहर में सस्ता नहीं हो रही प्याज
मुजफ्फरपुर.
महाराष्ट्र के चुनाव का असर शहर की प्याज की कीमतों पर पड़ रहा है. मुख्य रूप से नासिक व इंदौर से प्याज मंगायी जाती है, लेकिन महाराष्ट्र में इसी महीने चुनाव भी होने हैं. इस कारण वहां से मुजफ्फरपुर मंडी में प्याज की आपूर्ति नहीं हो रही है. नतीजा प्याज की आवक कम हो गयी है. इसका असर प्याज की कीमतों पर पड़ रहा है.होलसेल मंडी में प्याज 5500 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि खुदरा बाजार में यह 75 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया है. इन दिनों इंदौर से ही प्याज की आपूर्ति हो रही है, लेकिन बाजार समिति में जितनी मांग है, उस लिहाज से प्याज नहीं पहुंच रहा है. सामान्य दिनों में रोज करीब 12 ट्रक प्याज इन दोनों जगहों से मंगाया जाता था. एक ट्रक में 30 टन प्याज लोड रहता है, लेकिन आजकल इंदौर से सिर्फ छह ट्रक प्याज रोज पहुंच रहा है. प्याज की मांग अधिक है, लेकिन आवक कम होने से इसका दर बढ़ा हुआ है. सरकारी स्तर पर नेफेड भी प्याज की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. जिससे प्याज की कीमत में तत्काल कमी के आसार नहीं दिख रहे हैं. बाजार समिति के आलू-प्याज मंडी के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि प्याज का भाव पिछले दो महीने से बढ़ा हुआ है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से प्याज के भाव में और उछाल आ गया है. नासिक से प्याज की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इसका असर बाजार पर है. महाराष्ट्र के चुनाव के एक सप्ताह बाद से ही प्याज की आवक बढ़ेगी. इसके बाद ही कीमत में कमी आयेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है