जागरूकता से ही टीवी मरीजों की मृत्यु दर होगी कम
बंदरा़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में बुधवार को डिफरियेंटेड टीबी केयर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया.
डिफरियेंटेड टीबी केयर पर कार्यशाला में दी गयी जानकारी तीन प्रखंडों में डिफरियेंटेड टीवी केयर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जा रहा था बंदरा़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में बुधवार को डिफरियेंटेड टीबी केयर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्धाटन जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सीके दास एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नौशाद अहमद ने किया. कार्यशाला के दौरान चाई संस्था के जिला समन्वयक आशुतोष कुमार एवं फील्ड ऑफिसर राकेश वर्मा ने बारीकी से बातें बतायी़ डॉ सीके दास ने टीबी मरीजों का 11 फिजिकल व पांच लैब टेस्ट करने की जानकारी दी और बताया कि 16 जांच करके टीवी मरीजों को मृत्यु से बचाया जायेगा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सभी अतिरिक्त प्राथमिक केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर डिफरियेंटेड टीबी केयर का कार्यक्रम अब चलेगा. कार्यशाला में टीबी मरीजों की मृत्यु दर को कम करने के लिए सीडीओ डॉ सी के दास ने विस्तार से चर्चा की. टीवी मरीजों को उसके रिस्क के आधार पर सही समय पर सही इलाज एवं जरूरत पड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में भर्ती करके इलाज किये जाने की जरूरत है. पिछले एक साल से जिला के तीन ब्लॉक में डिफरियेंटेड टीवी केयर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चल रहा था़ अब यहां भी इसकी शुरुआत की जा रही है. कार्यशाला के समापन के बाद जिला संचारी रोग पदाधिकारी ने एपीएचसी रामपुरदयाल का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया. मौके पर एसटीएलएस डीटीसी मनोज कुमार, प्रखंड के स्वास्थ्य प्रबंधक विजयकांत रंजन, एसटीएस रामकृष्ण कुमार, एसटीएलएस सत्रुधन राम, एलटी, सीएचओ, जीएनएम, एनएनएम सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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