मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद रोशनी गंवाने के मामले में कार्रवाई की गई है. मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल का दवा भंडार व ओटी शनिवार दोपहर प्रशासन ने सील कर दिया. तीन अन्य मरीजों को पटना के आइजीआईएमएस अस्पताल भेज दिया गया है.
अस्पताल की लापरवाही के कारण आंख गंवाने के मामले में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य विभाग को यह बताने को कहा है कि यह घटना कैसे हुई, इसमे कितने पीड़ित हुए हैं और राज्य सरकार उनके इलाज के लिए क्या कर रही है.
केंद्र को रिपोर्ट देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने मुजफ्फरपुर जाकर आइ हॉस्पीटल का निरीक्षण किया व एसकेएमसीएच में भर्ती रोगियों से बातचीत की. अस्पताल से लिये गये सैंपलो की जांच रिपोर्ट अब तक नही मिली है.सूत्रों का कहना है कि सरकार को सोमवार या मंगलवार को पूरी रिपोर्ट भेज दी जायेगी.
इधर, आंख के ऑपरेशन के बाद आंख गंवाने वाले 15 रोगियों को राज्य सरकार आर्थिक सहायता दे सकती है. स्वास्थय विभाग में इसको लेकर विचार विमर्श शुरु हो गया है. आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जा सकती है. हालांकि, अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नही की गयी है.
Published By: Thakur Shaktilochan