-नौकरी पेशा वाले लोग ही नियमित रूप से बस से कर रहे यात्रा
– सामान्य यात्रियों की संख्या 25 से 30 प्रतिशत पर रहीमुजफ्फरपुर.
अचानक बढ़े ठंड को लेकर बस में यात्रियों की संख्या में करीब पचास प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी है. साथ ही बसों के परिचालन में भी कमी आयी है. सामान्य यात्रियों की संख्या करीब तीस प्रतिशत ही रह गयी है. वहीं जो नौकरी पेशा वर्ग से जुड़े हैं, वहीं नियमित रूप से सफर कर रहे हैं. सुबह व शाम के समय बसों में यात्रियों की सीट फूल रहती है. वहीं दोपहर के समय में यात्रियों की संख्या काफी घट जाती है. सबसे अधिक यात्री पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी रूट में रहते हैं.दस से साढ़े दस बजे तक ही भीड़
इन तीन जिलों से बड़ी संख्या में नौकरी पेशा वाले एक जिले से दूसरे जिले प्रतिदिन आते जाते हैं. सुबह में नौ बजे तक और शाम में पांच बजे से सात बजे तक सबसे अधिक यात्रियों की संख्या रहती है. मोटर फेडरेशन के प्रवक्ता कामेश्वर महतो ने बताया कि बीते करीब एक सप्ताह से यात्रियों की संख्या में पचास प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी है. जो नौकरी पेशा वर्ग है, जिसमें सरकारी कर्मचारी, शिक्षक जो नियमित रूप से आते जाते हैं वह जा रहे हैं. वहीं सामान्य यात्रियों की संख्या मुश्किल से 25 से 30 प्रतिशत के आसपास है. जो बस दस से साढ़े दस बजे तक गंतव्य स्थान पर पहुंचती है उसमें भीड़ रहती है. इसके बाद दोपहर के समय में गाड़ी में भीड़ नहीं रहती है. इसके बाद जब शाम के समय नौकरी पेशा वाले लोग लौटते हैं उस समय यात्रियों की भीड़ होती है.सरकारी बसों का परिचालन नियमित समय पर जारी
इस कारण बसों के परिचालन की संख्या भी घटी है. पहले जहां पटना जाने वाली देखते ही देखते फूल हो जाती थी अब उसमें भी समय लगता है. शाम के समय तो कभी कभी जो बस जाती व आती है उसमें इतने यात्री तक नहीं रहते जिससे बस के ईंधन का खर्च निकल सके. वहीं बीएसआरटीसी सरकारी बसों में भी यात्रियों का कमोबेश यही हाल है. पहले जहां प्रतिदिन पांच से छह लाख के बीच टिकट कटता था जो अब करीब तीन से चार लाख के बीच आ गया है. लेकिन सरकारी बसों का परिचालन नियमित समय पर लगातार जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है