जंक्शन पर रिजर्वेशन सिस्टम ठप होने से दोपहर तक यात्री हुए परेशान
जंक्शन पर रिजर्वेशन सिस्टम ठप होने से दोपहर तक यात्री हुए परेशान
फोटो – दीपक – 6 व 7
:: आठ बजे आरक्षण काउंटर खुलने के बाद ऑनलाइन एक भी टिकट नहीं कटा
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
रेलवे का रिजर्वेशन सिस्टम शुक्रवार की सुबह में ठप हो गया. सुबह 4.55 बजे ही पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस ) में तकनीकी खराबी आने से पूरा आरक्षण प्रणाली बैठ गया. लगभग जोन में इस तरह की समस्या सामने आयी. इस कारण करीब साढ़े ग्यारह बजे तक पूरी तरह से काम बाधित होने के साथ यात्री परेशान रहे. मुजफ्फरपुर जंक्शन पर सुबह के आठ बजे आरक्षण काउंटर खुलने के बाद ऑनलाइन एक भी टिकट नहीं कटा. तत्काल टिकट लेने पहुंचे यात्रियों को स्लीपर, एसी किसी का टिकट नहीं मिल सका. इस बात को लेकर बुकिंग क्लर्क से लेकर रेलवे प्रबंधन के बीच अफरातफरी की स्थिति बनी रही. दूसरी ओर, टिकट नहीं मिलने पर पीआरएस में बकझक के साथ कुछ देर के लिये हो-हल्ला भी हुआ. मामले में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने कहा कि पूर्व रेलवे कोलकाता जोन से पूर्व मध्य रेल का पीआरएस अटैच है. वहां खराबी आने के कारण पूर्व मध्य रेल क्षेत्र के सारे आरक्षण सुबह 4:55 से 11.15 बजे तक ठप रहा. उसके बाद सुविधा बहाल हो गयी. दूसरी ओर रेलवे टिकट से जुड़े कई एप भी सुबह के समय ठप हो गया था.
सूचना मिलने पर आरपीएफ व जीआरपी की तैनाती
पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम बंद होने पर पूर्व मध्य रेल की ओर से स्थिति को नियंत्रित रखने के लिये मुजफ्फरपुर सहित के साथ सभी स्टेशनों पर प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (पीसीसीसीएम) ने जोन के सारे रेल अधिकारियों को अलर्ट कर दिया था. सूचना मिलने के बाद मिलने के बाद हंगामा को रोकने के लिए आरपीएफ, जीआरपी ने पीआरएस काउंटर पर मोर्चा संभाल लिया. इसके साथ ही तकनीक खराबी के बारे में यात्रियों को समझाया गया.
हाथ से लिख कर मुहर मार कर दी गयी टिकट
पीआरएस में इस दौरान सिस्टम में कुछ टिकट सफलता पूर्वक मेमोरी में अपडेट हो जा रहा था, लेकिन प्रिंट नहीं हो रहा था. ऐसे में कुछ लोगों को मैनुअल पीएनआर हाथ से टिकट पर लिखकर और मुहर मारकर दिया गया. लेकिन कुछ यात्री हाथ से लिखे हुए टिकट नहीं लिए और टिकट लेने के लिए दोपहर 12 बजे तक आरक्षण काउंटर पर खड़े रहे. चार्ट की स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर सप्तक्रांति एक्सप्रेस के कई यात्री जिनका आरएसी था, वे टीटीइ से लगातार संपर्क कर समझ रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है