पिता को बिना बताये लोगों ने बच्चे के शव को जलाया

कांटी थाना क्षेत्र की रामनाथ धमौली पूर्वी पंचायत के कलवारी निवासी उमेश सहनी के आठ वर्षीय पुत्र राजू की आरा मशीन में हाथ कटने के बाद मौत हो गयी़

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 9:51 PM

आरा मशीन में हाथ कटने से घायल आठ वर्षीय बच्चे ने तोड़ा दम रुपये का लालच देकर आरा मशीन में लकड़ी हटाने के लिए ले जाने का आरोप एसकेएमसीएच में राजू की स्थिति खराब देखकर पटना रेफर कर दिया प्रतिनिधि, कांटी थाना क्षेत्र की रामनाथ धमौली पूर्वी पंचायत के कलवारी निवासी उमेश सहनी के आठ वर्षीय पुत्र राजू की आरा मशीन में हाथ कटने के बाद मौत हो गयी़ इसके बाद लोगों ने उसके पिता को शव बिना दिखाये ही श्मशान में ले जाकर आनन-फानन में शव को जला दिया. इस बाबत मृतक की मां गीता देवी ने कांटी थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगायी है. आवेदन में आरा मशीन के मालिक सहित तीन लोगों को नामजद किया है. आवेदिका के अनुसार, राजू बगल के मुशहर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने जाने की बात कह घर से निकला था. परंतु उसे रुपये का लालच देकर पास की आरा मशीन में लकड़ी हटाने के लिए ले जाया गया. इसी दौरान हल्ला सुन उसको आसपास के लोग आरा मशीन पर ले गये, वहां जाने पर देखा कि उसका पुत्र राजू का बायां हाथ कंधे पर से कटा हुआ था और वह खून से लथपथ होकर जमीन पर बेसुध पड़ा था. परंतु आरा मशीन का मालिक वहां से फरार हो चुका था. वहां मौजूद लोग राजू को उठाकर एसकेएमसीएच ले गये, जहां से राजू की स्थिति खराब देखकर पटना रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही राजू की मौत हो गयी़ मुझे बेटे का शव भी नहीं देखने दिया : पिता बेंगलुरु से बेटा राजू की मौत की सूचना पर घर पहुंचे पिता उमेश सहनी ने रोते-रोते बताया कि सब मिलकर हमें मृत बेटे को देखने तक नहीं दिया और उसके शव को आनन-फानन में ले जाकर जला दिया. बताया कि स्कूल जाने के दौरान 10 रुपये का लालच देकर उसके बेटे को आरा मशीन पर काम करने के लिए ले जाया गया था. मेडिकल में आरा मशीन के मालिक के लोगों ने झूठ एक्सीडेंट का नाम कहकर उसके बेटे को इलाज के लिए भर्ती कराया था, जबकि उसके बेटे का आरा मशीन के बेल्ट में हाथ फंसने से कंधे पर से हाथ टूटकर अलग हो गया था. पिता ने बताया कि वह न्याय के लिए थाना पर आवेदन दिया था. लेकिन जांच में पहुंचे पुलिस अधिकारी द्वारा सिर्फ नाम और पता लिखकर चले गये, जिससे न्याय मिलने की उम्मीद कम लगती है. उसने बताया कि जांच में आये पुलिस अधिकारी नामजद के दरवाजे पर जाना तो दूर उसके बारे में कुछ सुनना भी मुनासिब नहीं समझा. उमेश सहनी ने कहा कि न्याय नहीं मिलने पर वह सपरिवार आत्मदाह करने पर विवश हो जायेगा. पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय : थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष सुधाकर पांडे ने बताया कि पीड़ित परिवार द्वारा आवेदन दिया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर कानून संगत कार्रवाई की जा रही है. जल्द आरोपी पकड़े जाएंग़े

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