डॉक्टरों के ओपीडी में होने की रिपोर्ट देंगे पीएचसी प्रभारी
डॉक्टरों के ओपीडी में होने की रिपोर्ट देंगे पीएचसी प्रभारी
मुजफ्फरपुर. पीएचसी व सीएचसी में डॉक्टर ओपीडी में हैं या नहीं, इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रभारी सीएस कार्यालय को भेजेंगे. प्रभारी निरीक्षण कर देखेंगे कि दवाएं हैं या नहीं. सफाई की व्यवस्था कैसी है. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने इसके लिए सभी पीएचसी प्रभारियों का निर्देश दिये हैं. सीएस ने कहा कि अब पीएचसी प्रभारी ही अपने पीएचसी का हर दिन निरीक्षण करेंगे. वे यह जाचेंगे कि ओपीडी में हर दिन सौ से कम मरीज देखे जा रहे हैं या नहीं. मरीजों की संख्या कम क्यों हो रही है. इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर पेश करेंगे. उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टरों को शोकॉज किया जायेगा. इसके साथ ही डॉक्टरों कि रिपोर्ट भी मुख्यालय भेजी जायेगी. सीएस ने कहा कि वह खुद भी हर पीएचसी का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं. सीएस डॉ अजय कुमार ने कहा कि हर पीएचसी में अगर डॉक्टर और दवाएं उपलब्ध रहेंगी तो मरीज इस गर्मी में सदर अस्पताल व एसकेएमसीएच का रुख नहीं करेंगे. ऐसे में पीएचसी व सीएचसी में सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. सीएस ने कहा कि रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जायेगा. जो भी डॉक्टर नहीं आ रहे है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही हैं. मातृ शिशु अस्पताल में 12 डॉक्टर, 24 घंटे गर्भवतियों का इलाज मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु अस्पताल में गर्भवतियों व नवजात के लिए 24 घंटे डॉक्टरों की उपस्थिति रहती है. इसके साथ ही अगर किसी गर्भवती का ऑपरेशन के माध्यम से प्रसव कराना हो तो सर्जन महिला डॉक्टर भी उपलब्ध रहती हैं. नवजात के लिए एसएनसीयू की सेवा भी चालू की गयी है. जहां शिशु रोग विशेषज्ञ की निगरानी में बच्चों का इलाज किया जाता है. जच्चा व बच्चा के लिए सौ बेड का अस्पताल में हर सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. गर्भवतियों के लिए 12 डॉक्टरों की टीम बनायी गयी है. जबकि चार शिशु रोग विशेषज्ञ मौजूद रहते हैं.
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