मुजफ्फरपुर. शहरी क्षेत्र में नल-जल के कार्य में पाइप बिछाये जाने के बाद लीकेज की मरम्मत नहीं करने पर कार्रवाई शुरू हो गयी है. नगर निगम प्रशासन अगर इसकी मरम्मत कराता है, तो संबंधित ठेकेदार के जमा राशि में से कटौती की जायेगी. इसके साथ ही एग्रीमेंट के अनुसार विधिवत कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी. नगर आयुक्त नवीन कुमार ने इस मामले में निगम क्षेत्र के चार अलग-अलग वार्ड में काम करने वाले ठेकेदारों को कड़ी हिदायत दी है. जिसमें वार्ड पांच की ठेकेदार रीता देवी, वार्ड-12 के विनय कुमार, वार्ड-1 के रामनाथ सुमन व वार्ड-7 के ठेकेदार चंदन कुमार को लीकेज मरम्मत के संदर्भ में चेतावनी के साथ आदेश दिया है. जिसमें बताया गया है कि एग्रीमेंट के अनुसार पांच वर्षों तक रख-रखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार की है. लेकिन मरम्मत का काम समय से नहीं किया जाता है. जिसके कारण लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. नगर आयुक्त को हर दिन इसकी शिकायत मिल रही है. ऐसे में मानव बल रखते हुए वार्डों में करीब 5 जगह जल मीनार या दीवार पर संबंधित टीम का नंबर जारी करेंगे. ताकि पानी के संदर्भ में किसी प्रकार की समस्या होने पर वार्ड के लोग संपर्क कर सकें.
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