जन औषधि केंद्र के संचालक की संघर्ष गाथा सुन भावुक हुए पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश भर के चुनिंदा जन औषधि केंद्रों के संचालकों व इसके उपभोक्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया.
मुजफ्फरपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश भर के चुनिंदा जन औषधि केंद्रों के संचालकों व इसके उपभोक्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया. असम, जम्मू कश्मीर के पुलवामा, देहरादून, वाराणसी, तमिलनाडु के बाद पीएम मोदी मुजफ्फरपुर के लोगों से रूबरू हुए. मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा कन्हौली स्थित जन औषधि केंद्र के संचालक पंकज कुमार झा ने जब अपने संघर्ष की कहानी सुनायी तो पीएम भावुक हो गये. नक्सली हमले में उनका एक हाथ क्षतिग्रस्त होने के बाद इसे काटना पड़ा था.
पीएम ने हाथ जोड़ते हुए उन्हें नमन किया और कहा कि आज पूरे देश को आपसे सीखने की जरूरत है. पंकज ने पीएम से कहा कि एक हाथ कटने के बाद उनके सामने अपनी जिंदगी को संवारना बड़ी चुनौती हो गयी थी. लेकिन, आज जन औषधि केंद्र को खोल अपनी जिंदगी ही नहीं संवार रहे हैं, बल्कि प्रतिमाह सैकड़ों लोगों को कम कीमत पर अच्छी दवाईयां भी उपलब्ध करा रहे हैं. शुरुआत में थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन अब सब ठीक है.
इस बात को सुन पीएम ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि आज पूरे देश को आपसे सीखने की जरूरत है, क्योंकि नक्सली हमला में एक हाथ चला गया, लेकिन आपने हिम्मत नहीं हारी. प्रतिशोध की बजाय आपने अपनी शक्ति को लोगों की सेवा में लगा दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि अाप देश के युवा साथी खासकर दिव्यांगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं.
पीएम के उदबोधन के दौरान रामबाग की रेखा देवी भी भावुक हो रोने लगी. वह जन औषधि केंद्र से दवाइयां लेती हैं. इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा, सांसद अजय निषाद, भाजपा के जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, राजेश वर्मा, डॉ ममता रानी, डॉ तारण राय सहित दर्जनों प्रमुख नेता मौजूद थे.