सत्येंद्र गया जेल, 300 लीज में लिए ट्रक को कर दिया था गायब

पुलिस सत्येंद्र के पार्टनर नागेंद्र पर कई केस में कर चुकी है चार्जशीट

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 9:58 PM

मुजफ्फरपुर. उत्तर बिहार से 300 से अधिक ट्रक लीज पर लेकर गायब करने के मास्टरमाइंड सत्येंद्र सिंह को छत्तीसगढ़ से प्रोडक्शन वारंट पर गुरुवार सुबह मुजफ्फरपुर लाया गया. सदर थाने की पुलिस ने पूछताछ करने के बाद उसको थाने में दर्ज ट्रक को गायब करने के एक केस में कोर्ट में प्रस्तुत किया. जहां से उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. अब सदर थाने की पुलिस उसको रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. थानेदार अस्मित कुमार शुक्रवार को रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकते हैं. सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया कि सदर थाने में ट्रक लीज पर लेकर गायब करने के बाबत 50 से अधिक प्राथमिकी 2022 में दर्ज की गयी थी. इन कांडों में नामजद आरोपी बनाये गये सत्येंद्र सिंह को छत्तीसगढ़ से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है. अब उसको रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. इसके लिए सदर थानेदार अस्मित कुमार को निर्देश दिया गया है. सिटी एसपी ने यह भी बताया है कि सत्येंद्र से पूछताछ के आधार पर ट्रक गायब करने के इस बड़े मामले में पुलिस को अहम सुराग हासिल हो सकता है. सत्येंद्र के पार्टनर को पहले ही रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा चुकी है. सदर थाने में ट्रक चोरी को लेकर दर्ज दो दर्जन से अधिक मामले में कोर्ट में चार्जशीट दायर की जा चुकी है. इसी कांड में सत्येंद्र को भेजा गया जेल पूर्वी चंपारण जिला के सुगौली थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी मुकेश कुमार व मयंक कुमार ने संयुक्त रूप से सदर थाने में आवेदन दिया था. तीन ट्रक लीज पर लेकर गायब करने का आरोप लगाते हुए पांच दिसंबर, 2022 को प्राथमिकी दर्ज करवायी थी. इसमें बताया था कि 10 जून 2022 को उसने ट्रक भाड़े पर चलवाने के लिए सदर थाना क्षेत्र के यादव नगर निवासी सत्येंद्र सिंह को दिया था. वह पटना के फुलवारी निवासी अपने साथी नागेंद्र कुमार सिन्हा को तीनों ट्रक दे दिया था. सत्येंद्र ने उसको तीन महीने तक ट्रक का भाड़ा दिया. इसके बाद उनको भाड़ा देने में आनाकानी करने लगा. उनको संदेह हुआ कि उनका ट्रक सुरक्षित है या नहीं. इस बीच उनको ट्रक चोरी हो जाने की जानकारी मिली. फिर, छत्तीसगढ़ क्राइम ब्रांच में जाकर पूछताछ की तो वहां बताया गया कि बहुत सारी गाड़ियां मिली हैं. लेकिन उनके ट्रक का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है.

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