बिहार पंचायत चुनाव और शराब तस्करी के लिए नकली नोटों की डिमांड! 65 संदिग्ध नंबरों को खंगाल रही पुलिस
नकली नोट बरामदगी मामले में मोतीपुर थाने की पुलिस 65 से अधिक संदिग्ध नंबरों की जांच कर रही है. पुलिस को आशंका है कि ये नंबर शराब कारोबार या पंचायत चुनाव से जुड़े लोगों के हो सकते हैं, जिनको नकली नोट की सप्लाई की जाती थी. पुलिस टीम सभी संदिग्ध नंबरों का सीडीआर और कैफ खंगाल रही है.
नकली नोट बरामदगी मामले में मोतीपुर थाने की पुलिस 65 से अधिक संदिग्ध नंबरों की जांच कर रही है. पुलिस को आशंका है कि ये नंबर शराब कारोबार या पंचायत चुनाव से जुड़े लोगों के हो सकते हैं, जिनको नकली नोट की सप्लाई की जाती थी. पुलिस टीम सभी संदिग्ध नंबरों का सीडीआर और कैफ खंगाल रही है.
100 रुपये के साढ़े सात लाख की नकली नोट के साथ जेल भेजे गये पूर्वी चंपारण के पताही थाना के रतन सायर निवासी अजय महतो के दूसरे ठिकाने के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है. आशंका है कि अजय ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घर में नोट स्कैन करने की बात बतायी थी. उसने अपने दूसरे ठिकाने पर डिजिटल फोटोकॉपी मशीन और प्रिंटर लगा रखा होगा.
इस गिरोह के मास्टरमाइंड अजय के मामा के बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है. एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि पुलिस टीम लगातार डिजिटल प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीन की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही है. जेल भेजे गये तस्करों से पूछताछ में पंचायत चुनाव व शराब तस्करों के बारे में जो जानकारी मिली थी, उसी बिंदु पर अनुसंधान जारी है. बरामद आठ मोबाइलों का सीडीआर खंगाला जा रहा है.
बता दें कि मुजफ्फरपुर में साढ़े सात लाख रुपये के जाली नोट(Fake Note) के साथ आठ तस्करों को पुलिस ने हाल में दबोचा था. जिसके बाद बड़े गिरोह का खुलासा हुआ. इस गिरोह का मास्टरमाइंड अजय महतो पुलिस की पकड़ में है. जो इस कारोबार को चलाने के लिए पुलिस को झांसा देने अपनी पत्नी और बेटों की मदद ले रहा था.
आगामी बिहार पंचायत चुनाव(Bihar Panchayat Election 2021) में जाली नोटों को खपाने की बात भी सामने आयी है. मुखिया पुत्र को डिलिवरी देते समय पुलिस ने मास्टरमाइंड को पकड़ा था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan