मामा- भांजी हादसे में जिंदा जले या है साजिश, पुलिस जुटा रही साक्ष्य
मामा- भांजी हादसे में जिंदा जले या है साजिश, पुलिस जुटा रही साक्ष्य
:ग्रामीण एसपी घटनास्थल पर पहुंच कर दो घंटे तक की छानबीन
: बाथरूम में एक तरफ मामा, दूसरी तरफ भांजी का पड़ा था शव: 12 से 15 लीटर की बाल्टी में बाथरूम में ही रखा मिला पेट्रोल: एफएसएल की टीम कमरा, बाथरूम, किचन से जुटाये साक्ष्य
मुजफ्फरपुर/कांटी.
कांटी थाना क्षेत्र के पठान टोली गरम चौक के समीप दो मंजिला मकान में जिंदा जलकर मामा मिथिलेश कुमार व भांजी शालू कुमारी की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस टीम जुट गयी है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में मामला संदेहास्पद लग रहा है. कमरे की पूरी तरह से आग बुझने के बाद मंगलवार की देर रात ही पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा तैयार करके उसको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बुधवार की सुबह कांटी पुलिस एफएसएल की टीम को लेकर घटनास्थल पर पहुंची. वैज्ञानिकों ने दो घंटे तक जिस कमरे में मिथिलेश व उसकी भांजी जिंदा जली थी, उसमें जाकर साक्ष्य इकट्ठा किया. इस दौरान पेट्रोल की दुर्गंध से उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. टीम ने बाथरूम, किचन व कमरे के दरवाजा से भी साक्ष्य संकलन किया. बाथरूम में एक बाल्टी में पेट्रोल भरा हुआ था उसका भी सैंपल जांच के लिए एफएसएल के वैज्ञानिकों ने लिया है. मामा – भांजी हादसे में जिंदा जलकर मरी या फिर साजिश के तहत दोनों को पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाया गया, इसकी जांच करने के लिए ग्रामीण एसपी विद्या सागर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच कर छानबीन की. करीब एक घंटे से अधिक समय तक ग्रामीण एसपी ने आसपास के लोगों का बयान दर्ज किया. अलग- अलग लोग का बयान अलग- अलग आ रहा था. इससे पुलिस की जांच और उलझ गयी है. कुछ लोगों ने बताया कि जिस समय मामा- भांजी जिंदा जले, उस वक्त उस वक्त मीरा देवी अपने सात साल के बेटा मयंक के साथ छत पर थी. वहीं, कुछ लोगों का कहना था कि दोनों मां बेटे भी घर में ही फंसे थे उनकी स्थानीय लोगों ने जान बचायी है. अब पुलिस वैज्ञानिक व मैनुअल इनपुट के आधार पर दोनों की मौत की गुत्थी सुलझा रही है. कांटी थाने में बुधवार देर रात तक परिजन की ओर से लिखित शिकायत नहीं दी गयी है. अगर पत्नी या परिवार के कोई सदस्य बयान नहीं दर्ज कराते हैं तो पुलिस अपने बयान पर प्राथमिकी दर्ज करेगी.बाथरूम से शुरू हुई आग कमरे व किचन में फैली
ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि मामा भांजी की जिंदा जलकर मौत की घटना में वह खुद बुधवार को घटनास्थल पर जाकर छानबीन की है. एक ही कमरा था. उसके बाथरूम में एक तरफ मामा का जला हुआ शव था. दूसरी तरफ भांजी का बैठे अवस्था में जला हुआ शव था. बीच में 10 से 12 लीटर की बाल्टी में पेट्रोल रखा था. बाल्टी के जलने के बाद भी उसमें कुछ पेट्रोल के अवशेष बचे हुए हैं. बाथरूम का गेट भी लॉक नहीं था. जांच में यह भी बात सामने आयी है कि कमरे में चारों तरफ पेट्रोल छिड़का गया था. आग बाथरूम से शुरू होकर पूरे कमरे व किचन में फैली हुई थी.पत्नी का बयान दर्ज होने के बाद मामला होगा स्पष्ट
ग्रामीण एसपी ने बताया कि आग कैसे लगी यह पूरा मामला संदेहास्पद है. मृतक की पत्नी मीरा देवी का बयान दर्ज होने के बाद पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा. फिलहाल उनका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है. वह जिस पते पर होने की बात कही थी वहां भी नहीं है. पुलिस उनका पता लगा रही है. छानबीन के दौरान यह भी बात सामने आयी है कि कमरे में हर तरफ पेट्रोल छिड़का गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है