एमआइटी में रैगिंग रोकने के लिए पुलिस करेगी गश्ती, शिक्षक भी करेंगे निगरानी
एमआइटी में रैगिंग रोकने के लिए पुलिस करेगी गश्ती, शिक्षक भी करेंगे निगरानी
-जूनियर छात्र-छात्राओं के कक्षाओं में प्रवेश और निकलने के दौरान शिक्षकों की रहेगी निगरानी
-सीनियर इंट्राे के नाम पर नहीं करें रैगिंग इसको लेकर फ्रेशर्स मीट आयोजित कर बनेगा सकारात्मक माहौलमुजफ्फरपुर. एमआइटी में बीते दिनों हुई रैगिंग की दो लगातार घटनाओं के बाद बुधवार को एंटी रैगिंग सेल की बैठक बुलायी गयी. इसमें जिला प्रशासन, पुलिस पदाधिकारी, कॉलेज के प्राचार्य, वरीय शिक्षक, अभिभावक व छात्र प्रतिनिधि भी शामिल हुए. सदस्यों को रैगिंग की घटना से अवगत कराते हुए इसपर रोकथाम को लेकर विचार-विमर्श किया गया. इस दौरान निर्णय लिया गया कि रैगिंग की घटना को राेकने के लिए कॉलेज प्रशासन और पुलिस की ओर से संयुक्त रूप से पहल की जाएगी. कॉलेज परिसर और आसपास के इलाकों में पुलिस गश्ती करेगी. रैगिंग के लिए संवेदनशील जोन के रूप में चिह्नित कॉलेज के एक्सचेंज गेट और मछली वाले गेट तक पुलिस की टीम सुबह और शाम में गश्ती करेगी. साथ ही कॉलेज प्रशासन के सहयोग से परिसर में भी निगरानी करेगी. इसके अतिरिक्त सभी विभागाध्यक्ष सुबह में बच्चों के प्रवेश और संध्या में कक्षाएं ओवर होने के समय अपने सामने में जूनियर छात्रों को परिसर से बाहर निकालेंगे. कॉलेज प्रशासन को सूचना मिली है कि सीनियर छात्र जूनियर्स का इंट्राेडक्शन लेते हैं. इस दौरान कई बार विवाद हो जाता है और रैगिंग जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में छात्रों का एक मंच पर इंट्रोडक्शन हो जाए और सीनियर्स के साथ इंटरैक्शन भी. इसको लेकर छठ की छुट्टी के बाद कॉलेज में फ्रेशर्स मीट का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए 15 नवंबर की तिथि तय प्रस्तावित है. बैठक की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डाॅ एमके झा ने की. उन्होंने कहा कि रैगिंग की दो घटनाएं बीते दिनों हुई हैं. इसमें दोषी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. एक मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. इसमें शामिल छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है. साथ ही संस्थान और एंटी रैंगिग सेल की ओर से लगातार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्लासरूम, खेल मैदान, मेस, छात्रावास, संस्थान के प्रवेश द्वार से लेकर अन्य संवेदनशील स्थानों पर निगरानी की जा रही है. छात्रों की काउंसेलिंग भी हो रही है. बैठक में डीन एकेडमिक्स डाॅ सीबी राय, डाॅ वाईएन शर्मा, डाॅ संजय चौधरी, प्रो.मणिकांत, रजिस्ट्रार डाॅ रजनीश कुमार, प्रो.संजय कुमार, प्रो.आशीष श्रीवास्तव, मो.इरशाद आलम के साथ ही ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया और प्रशासनिक पदाधिकारी भी मौजूद रहे.देर रात सड़क पर ग्रुप में निकलते हैं छात्र
ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने कॉलेज प्रशासन को छात्रावास में रहने वाले छात्रों के देर रात ग्रुप में सड़क पर निकलने और शोर-शराबा करने की जानकारी दी. कहा कि अक्सर छात्र देर रात लक्ष्मी चौक पर देखे जाते हैं. कई बार उन्हें फटकार भी लगायी गयी है. पुलिस प्रशासन ने काॅलेज से आग्रह किया है कि काॅलेज स्तर से रैगिंग मामले के दोषी छात्र की पहचान में सहयोग की जरूरत है. साथ ही पुलिस की ओर से छात्र-छात्राओं से इंटरैक्शन का प्रस्ताव भी दिया गया. छठ के बाद पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारीछात्रों से संवाद करेंगे. इस दौरान रैगिंग के बाद कड़े प्रावधान और सजा की बिंदु से भी छात्रों को अवगत कराया जाएगा. साथ ही उन्हें अनुशासन में रहने की सीख भी दी जाएगी.
रैगिंग को लेकर लिया गया शपथपत्र, कक्षाओं में भी दी जाएगी जानकारी :
एंटी रैगिंग सेल की बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारी की ओर से सुझाव दिया गया कि बच्चों को रैगिंग के बाद कड़े प्रावधान और सजा के बिंदु से अवगत कराया जाए. साथ ही कक्षाओं में भी लीगल अवेयरनेस किया जाए. इसपर कॉलेज की ओर से बताया गया कि नामांकन के समय छात्रों ने शपथ पत्र भरकर दिया है कि वे रैगिंग से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे. साथ ही कक्षाओं में इसकी जानकारी देने के लिए कॉलेज स्तर पर पहल की जाएगी. बताया गया कि चार छात्रों से जुड़े मामले अनुशासन समिति के समक्ष जांच के दायरे में हैं.
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