दूसरे दिन डीएम के वार्ता करने नहीं आने से बढ़ा आक्रोश आज कार्यालयों में तालाबंदी व रोड जाम किये जाने की संभावना प्रतिनिधि, मुशहरी मुशहरी अंचल में व्याप्त भ्रष्टाचार, अंचल से अटर्नी राज समाप्त करने, ऑनलाइन जमाबंदी की त्रुटियों के निदान के लिए आयोजित 48 घंटे का घेराव, प्रदर्शन और अनशन दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. शाम तक डीएम अनशनकारियों से वार्ता करने के लिए अंचल परिसर नहीं पहुंचे, जिससे लोग काफी आक्रोशित दिखे. लोगों ने कहा कि शनिवार को आंदोलन का तीसरा दिन है. लेकिन हमारी समस्याओं से पदाधिकारी को कोई मतलब नहीं है़ आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मुजफ्फरपुर-पूसा मार्ग जाम करेने का निर्णय लिया. यही नहीं प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कार्यालयों में तालाबंदी भी की जायेगी. दूसरे दिन अनशन सह घेराव स्थल पर सभा की गयी, जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया राजहंस यादव ने की़ वहीं मंच संचालन ललन कुशवाहा ने किया. वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में अफसरशाही चरम पर है. गरीबों की कोई सुनने वाला नहीं है. भारी बारिश और जलजमाव के बीच लोग अनशन और प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन अधिकारियों को इसकी परवाह नहीं है. अंचल के राजस्व अधिकारी और कर्मचारी पर बिचौलियों के इशारे पर चलने का आरोप लगाया़ वक्ताओं ने अंचल के सभी अधिकारी व कर्मचारियों के सामूहिक स्थानांतरण की मांग की. साथ ही कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो उग्र आंदोलन किया जायेगा, जिसमें किसी अनहोनी की जिम्मेवारी अंचल प्रशासन की होगी. इस अवसर पर सीओ, आरओ एवं कर्मचारी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गयी. सभा को संबोधित करने वालों में जेपी सेनानी, वयोवृद्ध गांधीवादी लक्षणदेव प्रसाद सिंह, पैक्स अध्यक्ष भोला राय, मो महमूद आलम, चंद्रकेश चौधरी, अशोक मिश्रा, सुधीर सहनी, रौशन कुशवाहा, जिला पार्षद संतलाल पासवान, माले नेता परशुराम पाठक, सरपंच शंभू पाठक आदि शामिल थे. मेडिकल टीम ने की अनशनकारियों के स्वास्थ्य की जांच आंदोलन में सकरा प्रखंड की गौरीहार पंचायत के पूर्व मुखिया लखींद्र राय ने आकर समर्थन किया. उनका व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण कुमार उर्फ बनवारी सिंह व लक्षणदेव प्रसाद सिंह का स्वागत राजहंस यादव ने किया. आंदोलन के दूसरे दिन मुशहरी पीएचसी की मेडिकल टीम ने अनशन स्थल पर आकर पूर्व जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, अमर प्रसाद सिंह, अजय ठाकुर एवं नगीना साह के स्वास्थ्य की जांच की. जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि डीएम को अनशनस्थल पर आकर उन लोगों की समस्या का निदान करने का आग्रह किया गया है. अगर शनिवार को उनसे वार्ता नहीं होती है तो वे लोग सड़क जाम कर जेल जाने को तैयार हैं. सीओ महेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि आंदोलनकारियों को वार्ता के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे लोग नहीं आये.
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